ओडिशा की 20 साल की श्रुति मैति को भी हर लड़की की तरह अपने बालों से प्यार था। लेकिन उसने अपने लंबे बाल कैंसर पेशेंट के लिए विग बनाने में दान कर दिए। वे कहती हैं- ''मेरे बालों से ज्यादा कीमती एक कैंसर पेशेंट के चेहरे की मुस्कान है''। श्रुति एमपीसी ऑटोनोमस कॉलेज में थर्ड ईयर की स्टूडेंट हैं ।
श्रुति ओडिशा के बारिपदा क्षेत्र में रहती हैं। उसने बताया कि ''अपने बाल कैंसर पेशेंट के लिए दान करने का विचार मेरे मन में तब आया जब मैं अपनी एक सहेली की मां से मिली। वे कैंसर पेशेंट हैं और उन दिनों उनकी कीमोथैरेपी चल रही थी जिसके चलते वे अपने बाल खो चुकी थीं। मैंने उनकी मदद करने का फैसला किया''।
श्रुति खुद एनएसएस की वालंटियर हैं। उन्होंने कई ब्यूटी पार्लर से अपने बालों का विग बनाने की बात कही। लेकिन किसी ने उनकी मदद नहीं की। उसके बाद वह एक एनएसएस वॉलंटियर से मिली जिसका नाम आनंदमयी है। उसकी सलाह से श्रुति ने इंटरनेट पर उस संस्था से संपर्क किया जो इस बीमारी से ग्रस्त मरीजों के लिए विग बनाती है।
तीन दिन बाद श्रुति ने एक लोकल नाई से अपने बाल कटवाए। उस नाई ने पहले तो श्रुति के इतने लंबे बाल काटने से मना कर दिया। लेकिन जब श्रुति ने इन बालों को कटवाने की वजह बताई तो वह तैयार हो गया। उसने श्रुति से बाल काटने के पैसे भी नहीं लिए। उसके बाद श्रुति ने अपने बालों को कोरियर सर्विस से उस संस्था तक पहुंचाया जो विग बनाती है। श्रुति की मां स्वपना को अपनी बेटी के इस काम पर गर्व है।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3nDKARK
No comments:
Post a Comment