Saturday, 25 April 2020

छात्राओं ने बस्तियों में रहने वाली महिलाओं को फ्री में बांटे सेनेटरी नैपकिन, सोशल मीडिया के जरिए इकट्ठा किए पैसे

कोरोना वायरस की रोकथाम के लिए पूरे देश में लॉकडाउन का काम जारी है। ऐसे में ज्यादातर दुकानें बंद होने की वजह से कई लोगों को आवश्यक चीजों के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है। खासकर महिलाओं को सेनेटरी नैपकिन सहित अन्य जरूरी चीजों की कमी से जूझना पड़ रहा है। ऐसे में भोपाल शहर की झुग्गी- झोपड़ियों में रहने वाली महिलाओं को शहर की एक संस्था मुफ्त में सेनेटरी पैड मुहैया करा रही है।

300 महिलाओं को बांटे मास्क

छात्राओं द्वारा संचालित एनजीओ मानसा ने लॉकडाउन के दौरान शहर की बस्तियों में रहने वाली महिलाओं को करीब 3,000 सेनेटरी नैपकिन वितरित किए हैं। मानसा की संस्थापक 21 वर्षीय जानवी तिवारी के मुताबिक उनकी संस्था ने अभी तक बस्तियों में रह रही कुल 300 गरीब महिलाओं को पैड का मुफ्त में वितरण किया हैं।

उन्होंने बताया कि यह संगठन छात्राओं का एक संगठन है, जो सोशल मीडिया पर गरीब महिलाओं की मदद के लिए जागरूकता फैलाकर पैसे जोड़ता हैं। इस तरह इन्होंने सोशल मीडिया के जरिए करीब 16,000 रुपए इकट्ठा कर बस्तियों में रह रही महिलाओं तक आवश्यक वस्तुएं पहुंचाई।

लॉकडाउन से नैपकिन की आपूर्ति बाधित

2 साल से मानसा का संचालन कर रही जानवी ने बताया कि वह झुग्गी- बस्ती में जरूरी सामान वितरित करने वाले कई एजेंसियों और एनजीओ से जुड़ी हुई है। उन्हीं के जरिए लॉकडाउन के दौरान सेनेटरी नैपकिन का वितरण भी करवाया। उन्होंने बताया कि लॉकडाउन की वजह से शहर में सेनेटरी नैपकिन की आपूर्ति ना होने की वजह से महिलाओं को कई तरह की दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है ऐसे में उनकी संगठन ने सैनिटरी नैपकिन का बंदोबस्त कर जरूरतमंदों की मदद की है।



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Girls distributed free sanitary napkins to women living in slums in bhopal, collected money through social media


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जरूरतमंदों के लिए पैरों से मास्क सिल रहीं मधुबाला, फ्री में बांट चुकी हैं अब तक 100 से ज्यादा मास्क

जम्मू- कश्मीर के उधमपुर जिले की रहने वाली 29 वर्षीय मधुबाला, दिव्यांग होने के बावजूद भी लोगों की मदद करने से पीछे नहीं हट रहीं है। कोरोना वायरस के कारण देशभर में आए संकट काल के दौरान वह भी अपना योगदान दे रही हैं। मधुबाला जरूरतमंदों के लिए ना सिर्फ मास्क सिल रहीं हैं, बल्कि इस लोगों को फ्री में बांट भी रही हैं। वह अब तक 100 से अधिक मास्क बांट कर चुकीं हैं।

लोगों से मास्क पहनने की अपील

देश में मौजूदा हालात को देखते हुए मधुबाला ने अपने पैरों से मास्क सिलने का फैसला किया। वह खुद के बनाएं मास्क गांव के लोगों को मुफ्त में दे रही हैं। उनका कहना है कि प्रधानमंत्री ने सभी से मास्क पहनने की अपील की है। ऐसे में वह भी इसमें अपना योगदान देना चाहती है। उनकी लोगों से अपील है कि सभी लोग अपने घर पर ही रहें और जरूरत पड़ने पर मास्क पहन कर ही बाहर निकले।

संक्रमितों की संख्या 24 हजार पार

देश में कोरोना संक्रमितों की संख्या 24 हजार 620 हो गई है। आज आंध्रप्रदेश में 61, पश्चिम बंगाल में 57, राजस्थान में 27, कर्नाटक में 15, हरियाणा में 6, बिहार में 2 और छत्तीसगढ़ में 1 मरीज की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में संक्रमितों की कुल संख्या 24 हजार 506 है। इनमें से 18 हजार 668 का इलाज चल रहा है, 5062 ठीक हुए हैं और 775 की मौत हुई है। वहीं, मौजूदा हालात को देखते हुए देश में 20 अप्रैल से मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया है।



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Madhubala | Jammu Kashmir Coronavirus Update, COVID-19 News; Handicapped Madhubala stitched masks with feet For Needy People, Distribute 100 Mask So Farr


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5 मीटर कपड़े के साथ शुरू किया मास्क सिलने का काम, अब पड़ोसियों के दिए कपड़ों से रोजाना मास्क सिल रहीं 79 वर्षीय माया शर्मा

इसी महीने अपने जीवन के 79 साल पूरा कर 80वें साल में कदम रख चुकी माया शर्मा के लिए इस उम्र में भी कोई काम असंभव नहीं है। राजस्थान की जयपुर की रहने वाली यह महिला रोजाना घंटों सिलाई मशीन पर काम करती रहतीं हैं। वह अब तक 700 से 800 मास्क तैयार कर चुकी हैं। घर पर तैयार किए यह मास्क उनके बेटे मनीष सोरल अस्पतालों, सब्जीवालों, पुलिसकर्मियों और जरूरतमंदों को मुफ्त में बांट रहे हैं।

अखबार की एक खबर से मिली प्रेरणा

मनीष बताते हैं कि उन्होंने हमेशा से ही मां को दूसरों की मदद करते देखा है। माया के पति बल्लभ शर्मा रेलवे में गार्ड थे, ऐसे में आमदनी कम थी, पर जितनी थी उसी में माया संतुष्ट थीं। वह सर्दियों में अकेले ही 15- 20 स्वेटर बना लेती थी। यहां तक कि चारों बच्चों के लिए कपड़े भी खुद ही सिलाई मशीन से तैयार करती थी। आज उनकी मशीन खुद 60 साल की हो गई है। हाल ही में कोरोना के बढ़ते कहर को देखकर उन्होंने कुछ करने की ठानी। ऐसे में मास्क की बढ़ती मांग को देखकर मास्क करने का फैसला किया। इस काम में प्रेरणा का स्त्रोत बनी अखबार की एक खबर, जहां उन्होंने पढ़ा किए डॉक्टर दिनभर ड्यूटी करने के बाद घर जाकर गरीबों के लिए मास्क मिलते हैं। इस खबर से प्रभावित हुई माया ने सोचा कि यदि दिन भर काम करने के बाद डॉक्टर ऐसा कर सकते हैं, तो वह घर पर बैठे लोगों की मदद से यह काम क्यों नहीं कर सकतीं?

शुरू में 5 मीटर कपड़े से मास्क सिलती माया

लॉकडाउन शुरू होने से पहले से सिल रहीं मास्क

लॉकडाउन शुरू होने से पहले ही उन्होंने मास्क बनाने का काम शुरू कर दिया था। शुरू में 5 मीटर कपड़े से जितने भी मास्क बने वह बेटे के हाथों बांटने के लिए भेज दिए। लेकिन बाद में पता चला कि ऐसे कई लोग हैं, जिन्हें की काफी जरूरत है। मनीष बताते हैं कि शुरुआत में लगभग 100 मास्क बने और फिर कपड़ा खत्म हो गया। मार्केट बंद था, ऐसे में पड़ोसियों ने मदद की और जितना हो सके उतना कपड़ा दिया।

वह रोज सुबह 5 बजे उठकर नहाने के बाद अखबार पढ़ने बैठ जाती हैं। इसके बाद नाश्ता करने के बाद सिलाई के काम में लग जाती हैं और तब तक नहीं रुकती जब तक कपड़ा खत्म नहीं होता। जब कपड़ा नहीं होता, तब वह आराम कर लेती है। पर रोज कोई ना कोई कपड़ा दे देता है, जिन्हें बाद में अच्छी तरह धोकर, सुखाकर फिर मास्क सिलने का काम शुरू हो जाता है।

सुई में धागा डालने में मदद करती 8 साल की पोती काव्या

सुई में धागा डालने में मदद करती 8 साल की पोती

पड़ोसी ही नहीं बल्कि घर का हर सदस्य इस काम में योगदान दे रहा है। उम्र की वजह से वह सुई में धागा नहीं डाल पाती। ऐसे में उनकी 8 साल की पोती काव्या बड़े शौक से उनके लिए यह काम करती हैं। माया कहती हैं कि बात अपनी सुरक्षा की नहीं, पूरे देश की है। हमें तसल्ली है कि हमने सब को सुरक्षित रखने में योगदान दिया। समाज के लिए जितना हो सके उतना करें, इससे बहुत संतुष्टि मिलती है। बीते 4 अप्रैल को अपना 79 वां जन्मदिन मनाने वाली माया शर्मा कि यही अपील है कि सब घर पर ही रहे और इस महामारी से लड़ने में देश का साथ दें।



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Meet Maya Sharma from jaipur, a 79 years old women stitching masks for needy, distributes 700-800 masks to hospitals,police and needy


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Lockdown: Fund houses reassure investors amid fears of redemption requests

Aditya Birla and HDFC, also rushed to hold conference calls with their investors in an effort to reassure them about their portfolios

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कोरोना के कंकड़ ने बना दी परिवार में परवाह की लहरें, मौजूदा समय ने परिवारों को मजबूत किया

‘अगर आपके पास कहीं जाने की जगह है, तो वो घर है। स्नेह का कोई ठिकाना है, तो वो परिवार है। आपके पास यह दोनों हैं, तो समझिए आपसे खुशकिस्मत कोई नहीं।’ लॉकडाउन में इस कथन के मायने हर परिवार को समझ में आ रहे हैं। इस समय प्यार गहरा हुआ है, लेकिन क्या आप उसे पहचान पा रहे हैं?

परिवार के बीच गहरायाप्यार

लॉकडाउन और कोरोना वायरस के जोखिम ने परिवारों को मजबूत किया है। इस दौरान पति-पत्नी या परिवार के सदस्यों के बीच प्यार और गहरा हो गया है। पहली बार में शायद आपको इस बात पर यकीन न आए। लेकिन यह सच है। इस प्यार और लगाव को अलग तरह से समझना होगा। खासतौर पर दाम्पत्य जीवन की बात करें।

यह सही है कि लंबे समय तक साथ रहने के कारण छोटी-मोटी झड़प और बहसबाजी थोड़ी बढ़ गई है। बाहर घूमने-फिरने, होटल-रेस्त्रां जाने और फिल्म वगैरह देखने के दौरान जो अपनापन होता है, उसकी गुंजाइश भी अभी नहीं बन रही है। इसके बावजूद परिवार के भीतर प्यार कई तरीकों से जताया जा रहा है।

कहा तो नहीं

पत्नी ने घर के ढेर सारे काम निबटाए। वह थककर बैठी ही थी कि पति ने एक गिलास पानी दे दिया या पंखा चला दिया। यह प्यार ही तो है, जो ‘केयर’ के रूप में जताया जा रहा है! गैरी चैपमेन ने अपनी बेस्टसेलर बुक ‘फाइव लव लैंग्वेजेस’ में बताया है कि प्यार सिर्फ बोलकर ही नहीं, कई तरीकों से अभिव्यक्त होता है। तो लॉकडाउन में, घर के भीतर इस अनबोले प्यार को पहचानिए।


साथ है, तो शिकायत नहीं

इन दिनों रसोई में चीजों की संख्या और मात्रा दोनों सीमित है। इसके बाद भी स्वाद में कोई कमी नहीं है। महिलाएं सीमित संसाधनों में ही कई प्रयोग करके स्वाद और सेहत, दोनों का खयाल रख रही हैं। घरेलू कर्मचारियों की अनुपस्थिति में वे बिना शिकायत किए कई अन्य काम भी कर रही हैं। यह प्यार ही तो है, जो आगे बढ़कर जिम्मेदारी लेने के रूप में सामने आ रहा है। इत्मीनान भी है कि जीवनसाथी, परिवार घर के भीतर सुरक्षित है।

परिजन भी बदले हैं

पुरुषों ने कई घरेलू काम संभाल लिए हैं। वे रसोई में सहयोग कर रहे हैं और घर की साफ-सफाई में भी। वर्क फ्रॉम होम के साथ वे बच्चों को भी समय दे रहे हैं। हो सकता है खाने-पीने को लेकर नखरे दिखाना भी बंद या कम कर दिया हो। बुजुर्ग भी कामों में सहयोग कर रहे हैं। इन दिनों वे पूजा-पाठ और धार्मिक कार्यों में ज्यादा समय दे रहे होंगे। इसके पीछे उनकी भावना को समझिए। वे परिवार की सलामती के लिए प्रयास कर रहे हैं।

परिवार तो ईश्वर बनाते हैं

आज इस बात का विश्वास हो गया होगा। ‘कितना कुछ कर लो, लेकिन कोई तारीफ नहीं करता’- यह शिकायत भी दूर हो गई होगी या कम जरूर हुई होगी। परिजन एक-दूसरे के योगदान को पहचान रहे हैं, उसकी कद्र कर रहे हैं। गैरी चैपमेन कहते हैं कि कृतज्ञता और सराहना भी प्यार को जताने का तरीका होती है।

सब परवाह कर रहे हैं

फल-सब्जी और किराने का सामान खरीद लेना अमूमन महिलाओं के जिम्मे हुआ करता है, लेकिन इन दिनों घर के पुरुष यह जिम्मेदारी निभा रहे हैं। सोशल मीडिया पर जोक्स चल रहे हैं कि सब्जी खरीदने के लिए बाहर निकलना युद्ध पर जाने जैसा हो गया है। पति, भाई या बेटे ने बाहरी कामों का जिम्मा उठाया है, तो इसे परिवार के प्रति प्यार ही मानिए। खुद जोखिम लेना, ताकि किसी पर कोई आंच न आए- यह प्यार की निशानी है।

प्यार जताने में बच्चे भी पीछे नहीं हैं। वे अपनी उम्र के अनुसार स्वाभाविक रूप से जिद कर रहे होंगे, लेकिन पहले से कम। मम्मी-पापा को व्यस्त देखकर बच्चे भी समझदार हो रहे हैं। मम्मी-पापा की मदद करने की उनकी कोशिश प्यार ही तो है, जिस पर भला किसका दिल न खिल उठेगा! लॉकडाउन की इस नेमत को पहचानिए। आप खुशकिस्मत हैं कि आपको प्यार करने और आपकी परवाह करने वाले लोग आपके साथ हैं।



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The Pebble of Corona created waves of care in the family, the current time strengthened the families, effect of lockdown on families


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Friday, 24 April 2020

स्टाइल में रहना है तो डिजाइन करें ये तीन तरह के टॉप,पोल्का डॉट्स और क्रिस-क्रॉस पैटर्न से बनाएं नया और आकर्षक लुक

एक जैसे शर्ट से अगर आप बोर हो गई हैं तो थोड़ी सी क्रिएटिविटी कर इसे डिजाइनर टॉप का रूप दे सकती हैं। इसके लिए ज्यादा सामान की जरूरत भी नहीं होती और न ही इसमें ज्यादा समय लगता है।

ऑफ शोल्डर टॉप

तैयार करें ऑफ शोल्डर टॉप

अगर आप अपनी फॉर्मल शर्ट्स को पहनते-पहनते बोर हो चुकी हैं और उसे नया लुक देना चाहती हैं तो इससे आप ऑफ शोल्डर टॉप आसानी से बना सकती हैं। इसके लिए आप अपनी शर्ट की लेफ्ट स्लीव्स वाले हिस्से से राइट स्लीव तक का हिस्सा कर्व आकार में काट लें। इसके बाद ऊपरी किनारों को इस तरह मोड़कर सिलें कि उसमें आप एक इलास्टिक डाल सकें। इसके बाद बीच के गैप में एक इलास्टिक डालें और उसे भी स्टिच कर दें। इस तरह आप खूबसूरत ऑफ शोल्डर टॉप तैयार कर सकती हैं। इसके निचले हिस्से के किनारों को बांधकर क्रॉप टॉप भी डिजाइन किया जा सकता है, जो काफी स्टाइलिश लगता है।

क्रिस-क्रॉस

क्रिस-क्रॉस देगा नया लुक

अगर क्रिस-क्रॉस पैटर्न वाले टॉप अच्छे लगते हैं तो आप यह लुक अपनी टी-शर्ट में भी क्रिएट कर सकती हैं। इसके लिए अपनी टी-शर्ट के शोल्डर वाले हिस्सों को बीच से काट दें। इसके बाद दोनों तरफ कपड़े की एक मोटी पट्टी सिल दें। अब इस पट्टी में बीच-बीच में होल करें। दोनों तरफ के होल में लैस डालते हुए क्रिस-क्रॉस पैटर्न बनाएं। इस तरह पुुराने टॉप के शोल्डर्स पर भी क्रिस-क्रॉस पैटर्न बन सकता है।

पोल्का डॉट्स

पोल्का डॉट्स से बनाएं आकर्षक

अगर आप अपने टॉप को बिना ज्यादा मेहनत किए नया लुक देना चाहती हैं तो उस पर पोल्का डॉट्स वाला पैटर्न क्रिएट करें। इस पैटर्न को फैशनेबल बनाने में बॉलीवुड सेलेब्स की खास भूमिका रही है। अगर आप छोटे पोल्का डॉट्स पसंद करती हैं तो पेंसिल की मदद से मनपसंद रंगों वाले पोल्का डॉट्स अपनी ड्रेस पर बना लें और फिर कलर करें। बड़े पोल्का डॉट्स के लिए आप बोतल के ढक्कन का उपयोग करके डिजाइन बनाएं और फिर मनचाहा कलर करें।



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If you want to stay in style, then design this new and attractive look with three types of tops like polka dots and criss-cross pattern.


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Bihar: Coronavirus lockdown hits Betel leaf farmers in Muzzaffarpur

Some farmers told ANI that they are facing problems as there is shortage of labour and they are not able to send their produce to the market due to the lack of transport facilities

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Covid-19 lockdown spells trouble for strawberry growers in UP's Sambhal

Earlier the strawberry growers here had to suffer losses following a hailstorm, now that the markets are shut, the strawberry produce is yet to be sold

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Sebi 'sees reason' in shutting down six debt funds, says Franklin Templeton

Association of Mutual Funds in India urges investors to remain calm after Franklin Templeton shut the debt funds.

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Market Wrap, April 24: Here's all that happened in the markets today

Secorally, barring Nifty Pharma, all the other indices on the NSE ended in the red

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आधे शरीर में लकवा होने के बावजूद 92 साल की महिला ने दी कोरोना को मात, स्वस्थ होकर वापस लौटीं घर

पुणे में 92 साल की एक महिला ने आधे शरीर में लकवा होने के बावजूद कोरोना को हरा दिया है। वह करीब 7 महीने पहले लकवे का शिकार हुई थीं, जिसमें शरीर का आधा हिस्सा खराब हो गया था। डॉक्टरों के मुताबिक उन्हें ऐसी स्थिति में निमोनिया होने का खतरा भी था, ऐसे में उन्हें बचाना चुनौती थी। इलाज के दौरान हम हर दो घंटे में उनकी सोने की पोजीशन बदलते रहे, जिससे उन्हें सांस लेने में आसानी हो।

परिवार के तीन अन्य लोग भी संक्रमित

महिला के साथ उनके परिवार के तीन अन्य सदस्यों को भी कोरोना संक्रमण हुआ था, इनमें उनकी साढ़े तीन साल की पड़पोती भी है। सभी को अप्रैल के पहले सप्ताह में सिम्बायोसिस अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अब सभी महिला के साथ वापस घर लौट चुके हैं। सिम्बॉयसिस हॉस्पिटल के सीईओ डॉ. विजय नटराजन ने बताया कि उनकी उम्र और बीमारी को देखते हुए अतिरिक्त सावधानियां बरती गईं।

संक्रमण से घबराने की जरूरत नहीं

डॉ. विजय ने कहा कि यह एक आम धारणा है कि अगर 60 साल से ऊपर का कोई व्यक्ति कोरोनोवायरस से संक्रमित हो जाता है, तो वह बच नहीं सकता। ऐसे में समाज को, खासकर 60 साल से ज्यादा उम्र के लोगों को यह एक संदेश है कि अगर 92 साल की महिला जिसे स्ट्रोक हुआ था, वह वायरस को हरा सकती है, तो इससे घबराने की जरूरत नहीं है।



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Despite being paralyzed in half body, 92-year-old woman defeats Corona, returns home healthy in pune


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Bajaj Finance hits lowest level since May 2018; stock tanks 59% in 2 months

Historically, the June quarter is the largest contributor to Bajaj Finance's AUM growth

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Covid-19 restrictions thwart vulture funds' efforts to finally crack China

Before the new coronavirus pandemic began to throttle much of China's economy in February, PwC said the deregulation would be a "game-changer" for foreigners' role in the country's bad debt market

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देश की पहली महिला फोटो जर्नलिस्ट हैं होमी व्यारावाला, खींचे गांधी-नेहरू के फोटो, ऐतिहासिक क्षणों को भी कैमरे में किया कैद

देश की पहली महिला फोटो जर्नलिस्ट होमी व्यारावाला हैं। होमी के लिए कहा जाता है कि उन्हें पंडित जवाहरलाल नेहरू की फोटोज खींचना पसंद था। होमी देश की आजादी से पहले और बाद के कई ऐतिहासिक क्षणों को अपने ब्लैक एंड व्हाइट कैमरे में कैद किया है।

दैनिक समाचार पत्र के लिए शुरू किया फोटो खींचना

व्यारावाला का जन्म 9 दिसंबर, 1913 को गुजरात के नवसारी में एक मध्यवर्गीय पारसी परिवार में हुआ था। उनके पिता पारसी उर्दू थियेटर के मशहूर अभिनेता थे। पढ़ाई पूरी होने के बाद शुरू में उन्होंने मुंबई के एक दैनिक समाचार पत्र के लिए फोटो खींचना शुरू किया और बाद में इस क्षेत्र को ही अपने पेशे के रूप में चुना। साल 1942 यानी दूसरे विश्व युद्ध के दौरान व्यारावाला को ब्रिटिश इन्फॉर्मेशन सर्विस ने नई दिल्ली में नौकरी दी। इसाल 1970 में होमी ने अपने पति के निधन के बाद फोटोग्राफी छोड़ दी।

पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तस्वीर लेती होमी व्यारावाला

अगस्त 1947 को लाल किले की तस्वीर कैद की

होमी व्यारावाला ने अगस्त 1947 को लाल किले पर पहली बार फहराए गए झंडे, भारत से लॉर्ड माउंटबेटन की वापसी, महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू और लाल बहादुर शास्त्री की अंतिम यात्रा की भी तस्वीरें भी अपने कैमरे में कैद कीं। इसके अलावा उन्होंने महात्मा गांधी, जवाहरलाल नेहरू, मोहम्मद अली जिन्ना, इंदिरा गांधी सहित कई बड़ी हस्तियों के फोटोज को अपने कैमरों में कैद किया।

पद्म विभूषण सम्मान लेती हुईं होमी व्यारावाला

2010 में मिला पद्म विभूषण

होमी अपने जीवन के करीब 40 साल तक फोटोग्राफी से जुड़ी रहीं। 2010 में भारत सरकार ने उन्हें पद्म विभूषण से सम्मानित किया। बताया जाता है कि 2012 में होमी व्यारवाला अपने घर की सीढ़ियों से गिर गई थीं, जिससे उन्हें कूल्हे में गंभीर चोट आ गई। इसके बाद पड़ोसियों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया था। उन्हें सांस लेने में भी काफी दिक्कत हो रही थी, जिसके बाद इलाज के दौरान ही 15 जनवरी 2012 को उनका निधन हो गया।



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Homi Vyarawala is the country's first woman photo journalist, captured Gandhi-Nehru photos, also captured historical moments in camera


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Pharma shares rally; Alembic, Sun Pharma, Laurus Labs hit 52-wk highs

Strides Pharma Science, Alkem Laboratories, Ajanta Pharma, Lupin, Ipca Laboratories, Jubilant Life Sciences and FDC were up in the range of 5 per cent to 10 per cent on the BSE

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Thursday, 23 April 2020

Financials, AMCs under pressure; Bajaj Finance, HDFC AMC down over 5%

At 10:16 am, the S&P BSE Finance and S&P BSE Bankex were down 2.9 per cent and 2.6 per cent, respectively as compared to a 1.5 per cent decline in the S&P BSE Sensex.

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Bharti Infratel jumps 4% after March quarter results, pares gains later

The stock failed to hold the gains and declined over 9.6 per cent from intra-day high

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FPIs reduce stake in financial sector, the worst performer in March quarter

In HDFC Bank, HDFC, ICICI Bank, SBI, Axis Bank and Bandhan Bank, FPIs reduced their holdings in the range of 100 bps to 300 bps.

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Mahindra CIE hits 5% lower circuit as March quarter profit slips over 86%

The auto components maker had posted a consolidated profit after tax of Rs 153.72 crore in the corresponding quarter of previous fiscal.

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Alembic Pharma hits 52-wk high, rallies 20% in 3 days on robust Q4 numbers

The stock is close to its all-time high level of Rs 792, hit in July 2015

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Chris Wood rejigs India exposure; says lockdown disastrous for economy

Wood has rejigged his exposure to Indian stocks in his Asia ex-Japan long-only portfolio with HDFC Bank and ICICI Bank paving the way for Cipla. Besides, he remains bullish Reliance Industries.

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Stocks to watch: Ashok Leyland, Axis Bank, Mindtree, Bharti Infratel, M&M

Here's a look at the top stocks that may remain in the focus today

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Bull Spread strategy on Manappuram Finance by HDFC Securities

NBFC, as a sector, is looking good for the short-term

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Commodity outlook and recommendation by Tradebulls Sec: Buy Gold, Copper

The crude oil situation has made investors running for cash and dumping commodities

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Outlook & trading strategies for Gold, Copper by Tradebulls Securities

The Rupee is finding resistance around 77.06 and upside momentum will continue above that level

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Market Ahead, April 24: Top Factors That Could Guide Markets Today

A major event investors will track today will be the meeting between Prime Minister Narendra Modi and Finance Minister Nirmala Sitharaman to finalise a second stimulus package

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RSI indicator hints at positive momentum in Nifty; stay long: Nilesh Jain

The volatility India (VIX) has fallen below 40 levels, which is giving comforts to the bulls

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MARKET LIVE: SGX Nifty falls 100 pts, indicates a gap-down open for indices

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Sebi eases default valuation for MFs, allows valuers to make exceptions

According to market participants, the move will help in stalling mark-to-market impact on portfolios of debt schemes due to the cornavirus-related lockdown and provide relief on exposures to NBFCs

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Sebi halves post-buyback cooling off period for firms to six months

Move seen as a boost to corporate repurchase programmes, may make fund raising easier as well

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Dismal year for equity fund managers as MF bonuses catch Covid-19 flu

Some asset managers may skip payouts altogether as they take cognisance of the impact the coronavirus disease (Covid-19) pandemic may have on future earnings

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Religare, other brokers follow Motilal Oswal, sue MCX over crude oil issue

Cases filed in high courts of plaintiffs' jurisdiction, exchange files caveat pledging opportunity for hearing

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Market correction prompts MFs to cut exposure to banks, invest in pharma

Fund managers say reduced exposure to banking can be attributed to a combination of factors

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Reliance's Jamnagar refinery cuts crude processing by 24% as demand slumps

RIL's 35.2 million tonnes a year SEZ refinery processed 2.51 million tonnes of crude oil into fuel in March, a drop of 24 per cent year-on-year

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Market Wrap, April 23: Here's all that happened in the markets today

India VIX declined around 9 per cent to 39.01 levels

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कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में सामने आईं फर्स्ट लेडी, राष्ट्रपति की पत्नी सविता कोविंद ने जरूरतमंदों के लिए खुद सिलें मास्क

कोरोना वायरस के देश में दस्तक देते ही देशभर में मास्क- सैनेटाइजर की किल्लत की कई खबरें सामने आ चुकी है। वहीं, इनकी बढ़ती मांग की वजह से मास्क के दाम भी आसमान छूने लगे है। ऐसे में कई लोगों के पास इसे खरीदने के पैसे तक नहीं है। इसी के चलते जरूरतमंदों की मदद करने के लिए अब फर्स्ट लेडी और राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की पत्नी सविता कोविंद कोरोना के खिलाफ जारी जंग में मैदान में उतर चुकीं हैं। मास्क की कमी को दूर करने में अपना योगदान देते हुए वह खुद मास्क सिलने का काम कर रहीं हैं।

शेल्टर होम में बांटे जाएंगे मास्क

इस संकट काल में सभी लोग अपने- अपने स्तर पर योगदान दे रहे हैं। आम से लेकर खास सभी क्षमतानुसार लोगों तक मदद पहुंचा रहे हैं। इसी क्रम में राष्ट्रपति एस्टेट के शक्ति हाट में सविता कोविंद मास्क सिलती नजर आईं। इस दौरान सिलाई मशीन पर काम करते समय उन्होंने खुद भी मास्क पहना हुआ था। फर्स्ट लेडी ने इन माक्स को गरीबों के लिए बनाया है। इसे कई शेल्टर होम्स और राजधानी के शहरी आश्रय सुधार बोर्ड को दिया जाएगा, जिससे गरीबों तक मास्क की पहुंच सके।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद फर्स्ट लेड़ी सविता कोविंद के साथ

देश में माक्स पहनना अनिवार्य

देश में कोरोना वायरस से संक्रमितों की संख्या 20 हजार के पार जा चुकी है, वहीं मरने वालों की संख्या भी 681 पहुंच चुकी है। ऐसे में देश में बीते दिनों मास्क पहनना अनिवार्य कर दिया गया है। लेकिन कई लोगों के पास मास्क की सुविधा ना होने की वजह से जगह- जगह लोग मास्क वितरण करने का काम करते दिख रहे हैं। यही कारण है कि कोरोना के खिलाफ जंग में सविता कोविंद ने भी अंशदान दिया और गरीबों के लिए मास्क बनाया।



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Covid-19 fight; President Ram Nath Kovind's Wife Savita Kovind Distributs Mask At Delhi Shelter Homes


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Alembic Pharma surges 10% on strong Q4 results; stock zooms 56% in a month

Last week, the stock hit a fresh 52-week high of Rs 706 on the BSE

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लॉकडाउन में खरीद रहे हैं ज्यादा सब्जी तो आपके काम आ सकती हैं ये 3 बातें

तालाबंदी के दौर में लोग कई दिनों की सब्जी एकसाथ खरीदकर घर में रख रहे हैं। यहां यह समझने की जरूरत है कि सब्जी खरीदने का सही तरीका क्या होता है।

सूंघकर देखें : मार्केट में पैक्ड मशरूम, कॉर्न्स, स्प्राउट्स जैसी चीजें मिलती हैं। इन्हें जब लें तो पैकेट को नाक से थोड़ी दूरी पर रखते हुए उन्हें सूंघें। अगर वे पुराने होंगे तो उनकी स्मेल बदल चुकी होगी। ऐसे पैकेट्स को न लें। हरा धनिया और टमाटर जैसी चीजें ज्यादा न खरीदें। ये जल्दी खराब हो जाती हैं।

जब लें हरी पत्तेदार सब्जियां: ऐसी पत्तेदार सब्जी न लें जो पानी में बहुत ज्यादा भीगी हो, इनके जल्दी खराब होने का डर रहता है। फ्रिज में इन्हें रखने पर ये जल्दी गल जाती हैं। पालक, लाल भाजी जैसी सब्जियों को लेते वक्त पत्तों को ध्यान से देखें क्योंकि इनके बीच में कीड़े हो सकते हैं।

छेद या कट दिखाई दे : सब्जी को चारों ओर से पलटकर ध्यान से जरूर देखें। अगर उसमें छेद या कट दिखाई देता है तो उसे न लें। ऐसी सब्जियों में कीड़े होने की आशंका अधिक होती है। वहीं अगर जो सब्जियां किसी हिस्से से दबी हुई हों जैसे टमाटर तो इनके जल्दी खराब होने का डर रहता है।



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If you are buying more vegetables in lockdown then these 3 things can be useful for you


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One month of lockdown: Small-caps outperform Sensex, mid-caps

The S&P BSE Small-cap index has recovered 26 per cent as compared to a 23 per cent rise in the S&P BSE Sensex

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लॉकडाउन के दौरान जब लगे डलनेस तो करें ये 2 आसन, शरीर में होगा ऊर्जा का संचार

लॉकडाउन के दौरान घर में रहते हुए आप डलनेस फील कर रहे हैं तो शरीर में ऊर्जा का संचार करने में दो आसन आपकी मदद कर सकते हैं। इन आसनों के और भी कई फायदे हैं।

उत्कटासन

उत्कटासन

करने का तरीका : दोनों पैरों के बीच थोड़ा फासला रखते हुए सीधे खड़े हो जाएं। हाथों को सामने की ओर फैलाते हुए हथेली जमीन की ओर व कोहनियां सीधी रखें। घुटनों को मोड़ते हुए धीरे से नीचे की ओर आएं, मानो आप एक काल्पनिक कुर्सी पर बैठे हैं। इसी स्थिति में बने रहें। इस दौरान आपके हाथ जमीन के समानांतर होना चाहिए। सजगता के साथ रीढ़ की हड्डी को खींचते हुए सीधा बैठें और विश्राम करें।

फायदा : रीढ़ की हड्डी, कूल्हों एवं छाती की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में यह मदद करता है। पीठ के निचले हिस्से को मजबूती देता है। इससे जांघों, एड़ी, पैर और घुटनों की मांसपेशियों को ताकत मिलती है।

बरतें सावधानी : मासिक धर्म के दौरान इस आसन के अभ्यास में विशेष ध्यान रखें। अगर गठिया रोग हो, घुटनों में दर्द या चक्कर आएं तो इसे न करें।

ताड़ासन

ताड़ासन

करने का तरीका : सबसे पहले खड़े हो जाएं। अपनी कमर एवं गर्दन को सीधा रखें। अब अपने हाथ को सिर के ऊपर करें और सांस लेते हुए धीरे-धीरे पूरे शरीर को खींचें। खिंचाव को पैर की उंगली से लेकर हाथ की उंगलियों तक महसूस करें। इस अवस्था में कुछ समय तक रहें। फिर सांस छोड़ते हुए अपने हाथ एवं शरीर को पहली अवस्था में लेकर आएं। तीन से चार बार इस आसन को करें।

फायदा : यह शरीर की अतिरिक्त चर्बी कम करता है। 6 साल से 20 साल के बच्चों की हाइट बढ़ाने के लिए उत्तम आसन है। पीठ के दर्द के लिए बहुत लाभकारी है। पैरों की समस्या जैसे सूजन, दर्द, जलन और झनझनाहट के लिए फायदेमंद है। ये लंग्स की क्षमता बढ़ाता है। यह पोश्चर में सुधार करता है। शारीरिक और मानसिक संतुलन में सहायता प्रदान करता है। एनर्जी प्रदान करने में यह मदद करता है।

बरतें सावधानी : अगर चक्कर आता हो या शरीर में असंतुलन बना रहता हो, तो इस आसन को दीवार के सहारे खड़े होकर कर सकते हैं।



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Do these two asanas during the lockdown whenever you feel dullness, energy will be transmitted in the body


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Why brokers are up in arms against MCX over the April crude oil contract

They say the exchange muscled its way in to force negative pricing on the contract without tweaking its software to protect traders, the way Nymex has done

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Mindtree Q4 preview: Commentary on Travel biz, growth outlook for FY21 eyed

Analysts expect a higher impact on the company's Travel and Hospitality vertical, which constitutes over 16 per cent of total revenues.

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As bauxite loses traction, Fimi seeks waiver of 15% duty on exports

The mineral lobby body has appealed to the Union finance ministry to exempt bauxite exports from duties

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Wednesday, 22 April 2020

This pharma stk gained 152% in 1 mth on getting license to manufacture HCQ

Morepen Laboratories was locked in upper circuit for the third straight trading day, up 10% at Rs 19.43 on the BSE.

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Vodafone Idea surges 15% on $200 mn advance payment from parent company

The UK-based group accelerated the payment mainly to tide over any liquidity crisis arising out of the Covid-19 pandemic

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Britannia Industries jumps 10% ahead of board meet for interim dividend

Analysts at HDFC Securities say that the impact from Covid-19 on the FMCG sector will be sharper on revenues for companies in March quarter

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Zee Entertainment soars 14% as FPI picks stake; gains 34% in two days

On Wednesday, Florida Retirement System (FRS) acquired 5.11 million equity shares, representing 0.53 per cent of the total paid up equity of the ZEE, on the NSE

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Stocks to watch: Britannia Ind, Vodafone Idea, Bharti Infratel, NBCC, MCX

Here's a look at the top stocks that may remain in focus

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Nifty outlook and stock recommendation by CapitalVia: Buy Dabur, HUL

As per weekly option data, handful of put writing on lower strikes ranging from 8,800 to 9,200 is seen which shows Nifty would witness firm support in sub 9,000 zone

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Market Ahead, April 23: All You Need To Know Before The Opening Bell

In the earnings department, a total of seven companies including Britannia, Bharti Infratel, and Hathway Cable are scheduled to announce their March quarter results today

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MARKET LIVE: SGX Nifty suggests a flat start for Indian indices

Catch all the live market updates here

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Prices remain muted despite decline in crop arrivals across mandis: Crisil

Report points to the possibility of grains being hoarded by farmers and traders to be sold at a later date when mandi operations and logistics normalise

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विदेशी धरती पर हुआ देसी डॉक्टर का सम्मान, कार रैली निकालकर न्यूयॉर्क में लोगों ने डॉ. उमा मधुसूदन को कहा धन्यवाद

अमेरिका की न्यूयॉर्क सिटी में कोरोना वॉरियर के प्रति आभार व्यक्त करने का अनोखा तरीका देखने को मिला है। यहां भारतीय डॉक्टर उमा मधुसूदन को कोरोना वायरस के मरीजों का इलाज करने के लिए कार रैली निकालकर सम्मान दिया गया। इस रैली में स्थानीय लोगों ने गाड़ियों के हॉर्न बजाकर भारत की इस बेटी का शुक्रिया अदा किया।

कार रैली निकालकर कहा ‘थैंक्यू’

इन दिनों इंटरनेट पर एक वीडियो काफी वायरल हो रहा है, जिसमें अपने घर के बाहर खड़ी डॉक्टर उमा मधुसूदन को कार रैली के जरिए धन्यवाद दिया जा रहा है। इस रैली में पुलिस की कार, फायर ब्रिगेड की गाड़ियों के अलावा अपनी गाड़ी से थैंक्यू कार्ड पकड़े लोग भी नजर आ रहे हैं। मैसूर के जेएसएस मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस की डिग्री हासिल करने वाली डॉ. मधुसूदन वर्तमान में अमेरिका के साउथ विंडसर अस्पताल में कार्यरत हैं।

बिजनेसमैन ने ट्विटर हैंडल पर किया शेयर

डॉ मधुसूदन के लिए न्यूयॉर्क में किए गए इस अनोखे आभार प्रदर्शन का वीडियो बिजनेसमैन हर्ष गोयनका ने अपने ट्विटर हैंडल पर शेयर करते हुए लिखा- भारतीय डॉक्टर उमा मधुसूदन को कोविड-19 के रोगियों का इलाज करने के लिए यूएस में अपने घर के सामने अनोखे तरीके से सम्मान दिया गया।

पहले भी दिया जा चुका है सम्मान

इससे पहले भारत में भी कोरोना की जंग लड़ रहे योद्धाओं के प्रतिप्रधानमंत्री की अपील पर देशवासियों ने ताली- थाली बजाकर और मोमबत्तियां- टॉर्च जलाकर आभार प्रकट किया था। ऐसा ही कुछ नजारा ब्रिटेन, इटली और अन्य देशों में भी देखने को मिला था। कोरोना के खिलाफ जारी जंग में डटकर खड़े स्वास्थ्य कर्मियों के प्रति आभार व्यक्त करने के लिए लोग कई तरह के रचनात्मक तरीकों का सहारा ले रहे हैं।



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Uma Madhusudan: Who Is Uma Madhusudan? Indian Doctor Treating Coronavirus COVID Patients In United States, Watch Video


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Coronavirus impact: Cement sector to see double digit dip in volumes

For the cement sector, recovery would be prolonged by the depressed real estate sector, muted spends on Pradhan Mantri Awas Yojana (Urban) and lower Capex (capital expenditure) by the government

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Realty fund managers cautious about investments after Covid-19 lock-down

Fund managers say demand for homes will be muted for the next six months

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Market Wrap, April 22: Here's all that happened in the markets today

Indian equity markets inched higher on Wednesday, helped in great part by Reliance Industries (RIL), which ended over 10 per cent higher

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वर्किंग गर्ल्स ने भी संभाली रसोई की कमान, लॉकडाउन के समय में अलग-अलग तरह की डिश बनाना सीख रहीं

कोरोना का असर दुनिया के तमाम देशों में देखने मिल रहा है। संक्रमण से बचाव के लिए लॉकडाउन किया गया है। भले ही लोग घरों में बंद हैं, लेकिन उनकी आदतें और स्वभाव और रहन-सहन में कई बड़े बदलाव हो रहे हैं। लोग अपने घरों में हैं। ऐसे में घर की किचन ओपन है। वर्किंग गर्ल्स के लिए अपनी कुकिंग स्किल काे बढ़ाने का मौका भी। स्थिति यह है कि हॉकी से लेकर कलम थामने वाली लड़कियों के हाथ में भी बेलन और कड़छी जैसी चीजें नजर आने लगी हैं। अलग-अलग प्रोफेशन से जुड़ी ये वर्किंग गर्ल्स घर में रसोई की कमान भी बखूबी संभाले हुए हैं। नॉर्थ इंडियन डिश से लेकर साउथ इंडियन, फ्रेंच और देसी डिश बनाकर ये लड़कियां घरवालों का दिल जीत रही हैं।

सोनिका, इंटरनेशनल हॉकी प्लेयर

योग व एक्सरसाइज के बाद दोपहर में किचन क्लास

बचपन से अब तक मैंने हाथों में हॉकी को थामे रखा। अपना पूरा वक़्त फिटनेस और खेल को दिया। लॉकडाउन सभी लड़कियों के लिए बेहतर कुक बनने का मौका लेकर आया है। अब मैं सुबह शाम योग और एक्सरसाइज करने के साथ-साथ दोहपर में रोज एक नई डिश बनाती हूं। जिसमें साऊथ इंडियन डिश में मैंने डोसा, वड़ा और उत्पमा बनाया है।

विजेता मुंदलिया, इंटरनेशनल कराटे कोच

पापा मेरी बनाई डिश बड़े चाव से खाते हैं

सेल्फ डिफेंस सीखने के चलते मैंने दूसरा कुछ करने का कभी सोचा ही नहीं था। लॉकडाउन ने मुझे कुकिंग में एकदम परफेक्ट बना दिया है। गोल गप्पे ज्यादातर गर्ल्स की पहली पसंद होते हैं तो शुरुआत उसी से की। उसके बाद छोले भठूरे, बेसन का हलवा, पोहा, बिरयानी जैसी चीज़ें भी बनानी सीख ली हैं। मेरे पापा रोज मेरी बनाई डिश बहुत चाव से खाते हैं। ये एक अलग ही खुशी का अहसास करवा रहा है।

नेहा शर्मा, रिसर्च स्कॉलर

अब पर्याप्त समय मिला कुकिंग सीखने के लिए

पढ़ाई और रिसर्च के चलते में काफी सालों से होस्टल में रह रही हूं। होस्टल का खाना देख कर अक्सर खुद खाना बनाने के बारे में सोचा करती थी। लेकिन कभी वक़्त नहीं मिला। लॉकडाउन में थीसिस लिखने के साथ-साथ कुकिंग सीखने का पर्याप्त समय मिल जाता है। मैंने बेसिक डिश से सीखना शुरू किया है। जिसमें अब तक पुलाव, मिक्स वेज, दाल, चीला, पराठे जैसी आसान डिश ट्राई की हैं। मेरे हाथ से भी इतना टेस्टी खाना बन सकता है मैंने नहीं सोचा था।’’

पूजा, फैशन डिजाइनर

मम्मी के साथ सीख रही जायकेदार रेस्पीज

हिसार की बेटी पूजा दिल्ली में फैशन डिज़ाइनर के तौर पर काम कर रहीं हैं। जिसके चलते घर से दूर रहकर घर का खाना और मां का साथ मिस कर रही थीं। लॉकडाउन में उन्होंने दोनों ही कमियों को पूरा कर लिया है। वह इस दौरान अपनी मम्मी के साथ मिलकर गोल गप्पे, बर्गर, चाऊमीन, टिक्की और आम पन्ना बनाना सीख चुकी है।

निशा सिंह, ट्यूटर

पहली बार केक बनाया जो सबको बहुत पसंद आया

वैसे तो हमेशा से ही कुकिंग में मम्मी की हेल्प करती थी लेकिन कुकिंग एक्सपेरिमेंट्स करने का वक्त बस लॉकडाउन में ही मिला है। ये कुकिंग टैलेंट को एक्स्प्लोर करने का बेस्ट समय है। इसके लिए हमें किसी ट्यूटर की जरूरत नहीं। हमारे छोटे से फोन में सब है। कल ही मैंने पहली बार केक बनाया जो सबको बहुत पसंद आया।

मिस डोरा, रैपर, मॉडल

सेवइयां तोड़ना सीखा, एक टाइम का खाना मैं बनाती हूं

डोरा हरियाणा की पहली फीमेल रैपर हैं। और एम.डी., के.डी के साथ शुरुआत और जादू एल्बम में अपनी रैपिंग से प्रसिद्ध हुई हैं। लॉकडाउन में ये जादू वो कुकिंग में दिखा रही हैं। उन्होंने बताया “लॉकडाउन में बहुत सारी डिश बनाने के साथ-साथ मैंने सेवइयां तोड़ना भी सीखा है। ऐसी चीजें सीखना ज्यादा जरूरी है क्योंकि आज के युग में ऐसी कला लुप्त हो रही है। साथ ही एक टाइम का खाना बनाने की जिम्मेदारी लॉकडाउन तक मेरी है।



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Working girls also took charge of the kitchen, learning to make different types of dishes at the time of lockdown.


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Bajaj Healthcare locked in 10% upper circuit; hits record high on HCQ boost

The stock has rallied 28 per cent in the past four days after getting Gujarat Food and Drug Administration's (FDA) nod to manufacture hydhroxychloroquine sulphate.

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कोरोना की जंग में सपरिवार लोहा ले रहीं महिला वॉरियर्स, जरूरतमंदों तक पहुंचा रहीं राशन और सैनेटाइजर,मास्क भी सिल रहीं

कोरोना के खिलाफ मानव जाति की जंग जारी है। वह निगलने के लिए आतुर है तो मानव अपने वजूद के बचाव को लड़ रहा है, काश! किसी तरह से बच जाएं। इस संकट के दौर में समाज का एक बहुत बड़ा तबका अपने-अपने तरीके से बचाव और राहत काम में लगा हुआ है। इसमें महिलाओं की भी भूमिका कम नहीं है। शहर की तमाम महिलाएं अपने-अपने तरीके से इस संघर्ष का हिस्सा बन रही हैं। इसके पीछे इनका सिर्फ यही मकसद है कि मानवता बची रहे। सैल्यूट है ऐसी महिलाओं को जो नारी शक्ति के सिद्धांत और फलसफे को जीवंत कर रही हैं।

मास्क और फेस शील्ड तैयार करतीं जस्ट सेवा सोसायटी की महिला टीम

खुद की परवाह नहीं, बस मानवता बचानी है

जस्ट सेवा सोसायटी, वैसे तो यह नाम किसी परिचय का मोहताज नहीं। पर्यावरण संभाल, कन्या भ्रूणहत्या, जरूरतमंद लोगों की आर्थिक, शैक्षणिक और चिकित्सकीय मदद में यह संस्था लंबे समय से सेवा दे रही है। कोरोना संक्रमण में भी यह सेवा को विभिन्न तरीकों से अंजाम दे रही है। खास बात तो यह है कि इस सेवा में ज्यादा भूमिका सोसायटी से जुड़ी उन महिलाओं की भी है, जो अलग-अलग प्रोफेशन से संबंधित हैं।

सोसायटी के प्रधान अरविंदर सिंह, सचिव एडवोकेट हरसिमरनजीत सिंह, एडवोकेट मानिक बजाज के इस काम में तो हिस्सा ले ही रहे हैं, बल्कि महिला वालंटियर्स जीवन मुक्त कौर, गुरप्रीत कौर, रूप कमल, गेती भाटिया और रूबीना अपने परिवारों के साथ मैदान में डटी हैं। यह महिला वॉलंटियर्स दिनरात मास्क, डॉक्टर्स के लिए फेस शील्ड की सिलाई कर रही हैं। इनके द्वारा तैयार सात हजार मास्क, छह हजार फेस शील्ड डॉक्टरों, पुलिस मुलाजिमों और फील्ड में काम करने वालों को दिए जा चुके हैं। यह लोग 24 मार्च से इस काम में दिन-रात जुटी हुई हैं।

रासो की प्रेसीडेंट कमलजीत कौर गिल राशन वितरित करती हुई

परख की घड़ी है, डटे रहो मैदान में

कोरोना संक्रमण में नारी शक्ति की तरफ से निभाई जा रही सेवा में एक और नाम जुड़ता है, रिहैबिलिटेशन एंड सेटेलमेंट आर्गेनाइजेशन (रासो) का। यह समाज सेवी संस्था 12 सालों से मानवता और जरूरतमंदों की सेवा करती आ रही है। इधर, जब कोरोना संकट आया तो इसकी प्रेसीडेंट कमलजीत कौर गिल ने अपनी टीम के साथ परिवार को भी इसमें शामिल कर लिया। इनकी तरफ से सेवा के लिए 2 सेंटर बनाए गए हैं। एक रणजीत एवेन्यू ए ब्लाॅक में तो दूसरा आजाद नगर में।

इसके अलावा यह खुद अकेली गाड़ी में राशन, खाने-पीने की वस्तुएं आदि लेकर जहां कहीं से भी फोन आता है, पहुंच जाती हैं। अब तक 2 हजार परिवारों को राशन, 1 हजार मास्क, 10 लीटर सैनेटाइजर लोगों तक पहुंचाया जा चुका है। खास बात तो यह है कि यह सारी टीम जहां भी जाती है लोगों को कोरोना को लेकर जागरूक भी करती हैं।



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In the battle against Corona, women warriors coming forward for helping the needy, distributes rations and sanitizers reaching the needy, also stitched masks


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Realty fund managers cautious about investments after coronavirus lockdown

With demand being muted for at least the next six months, developers would face severe cashflow challenges which could slow down the pace of construction further, say Motilal Oswal

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Asian Paints gains 5% amid a historic drop in oil prices, nears record high

The stock has rallied 21% in the past month.

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इंटरनेशनल खिलाड़ी खेताें में कर रहीं एशियन-वर्ल्ड चैंपियनशिप की ऑनलाइन तैयारी, कोटा की तीन बेटियां हैं खेलो इंडिया के तहत चयनित

लॉकडाउन में भले ही खेल मैदान में खिलाड़ियों की चहलकदमी बंद हो गई है। लेकिन, कोटा की बेटियां ऑनलाइन वीडियो और गाइडेंस से एशियन चैंपियनशिप और वर्ल्ड चैंपियनशिप की तैयारियों में जुटी हैं। इनमें इंटरनेशनल बॉक्सर अरुंधति चौधरी कुन्हाड़ी श्रीनाथ रेजिडेंसी में सुबह और शाम वर्कआउट कर रही हैं। वहीं, जूनियर इंटरनेशनल बाॅक्सर ईशा और निशा गुर्जर अपने खेत पर वर्कआउट कर रही हैं। ऑनलाइन वीडियो से ट्रेनिंग ले रही हैं। प्रैक्टिस का राेज वीडियाे बनाकर अपने कोच और ट्रेनिंग संस्थाओं को भेजकर हर दिन सुधार भी कर रही है। कोटा की यह तीनों टैलेंट खेलो इंडिया के तहत चयनित हैं। इन्हें सरकार की ओर से 5 लाख रुपए सालाना तैयारी के लिए मिल रहा है। इन खिलाड़ियों ने बताया कि इनकी ट्रेनिंग के लिए भारत सरकार की ओर से रोहतक से ऑनलाइन खेलों का कैंप जारी है। साथ ही हर दिन होने वाले वर्कआउट के वीडियो भिजवाए जाते हैं। साथ ही खुद किए वर्कआउट के वीडियो भिजवाकर उसमें गाइडेंस के अनुसार सुधार करते हैं।

कोच से ले रही ऑनलाइन ट्रेनिंग

बेसिक कोच अशोक गौतम ने बताया कि इंटरनेशनल बॉक्सर अरुंधति चौधरी, निशा एवं ईशा गुर्जर खेत पर बॉक्सिंग की ऑनलाइन ट्रेनिंग भारत सरकार के खेलो इंडिया में कर रही हैं। साथ ही इन्हें लगातार वीडियो कॉल कर ट्रेनिंग में जो कमियां हैं, इसकी भी जानकारियां दे रहे हैं। गौतम ने बताया कि खेलो इंडिया में जो खिलाड़ी हैं उनका रेगुलर भारत सरकार की ओर से ऑनलाइन कैंप लगा है। इसमें तीनों बॉक्सर अभ्यास कर रही हैं। वहां के कोचों द्वारा जारी गाइडलाइन के अनुसार रोज वीडियो भेजते हैं। उसी के अनुसार भी वर्कआउट करते हैं। गौतम ने बताया कि आगामी कई प्रतियोगिताएं इस वर्ष में होनी है। जून में यूथ एशियन चैंपियनशिप, नवंबर में यूथ वर्ल्ड चैंपियनशिप और इसी साल कॉमनवेल्थ चैंपियनशिप भी होनी है। तीनों इसी की तैयारी में जुटी हुई है।

यूथ इंटरनेशनल बॉक्सर अरुंधति चौधरी।

अरुंधति चौधरी, इंटरनेशनल बॉक्सर

सुबह और शाम दोनों समय दो-दो घंटे रेगुलर वर्कआउट कर रही हूं। मेन टारगेट एशियन चैंपियनशिप और वर्ल्ड चैंपियनशिप की तैयारी है। ऑनलाइन वीडियो और कोच के माध्यम से रेगुलर प्रैक्टिस कर रही हूं।

इंटरनेशनल खिलाड़ी ईशा-निशा गुर्जर प्रैक्टिस करते हुए

ईशा और निशा गुर्जर, बाॅक्सर

खेत पर ही हम प्रैक्टिस करने में जुटे हुए हैं। सुबह और शाम को प्रैक्टिस करते हैं। ऑनलाइन वीडियो भिजवा कर जो गाइडलाइन मिलती है। उसके अनुसार रेगुलर प्रैक्टिस कर रहे हैं। टारगेट कोटा के लिए नई उपलब्धि हासिल करना है।



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International players are preparing for Asian-World Championship in fields, three daughters Kota got selected under Khelo India


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Goldprice dips Rs 10 to Rs 62,720, silver falls Rs 100 to Rs 74,900

The price of 22-carat gold also fell Rs 10 with the yellow metal selling at Rs 57,490 from Markets https://ift.tt/rpZGNwM