Tuesday, 12 November 2019

ओडिशा की चिल्का झील में प्रवासी पक्षियों का बसेरा, 135 प्रजातियां देखने को मिलेंगी

लाइफस्टाइल डेस्क. हमारे देश के कई राज्यों में स्थित पक्षी अभ्यारण्यों में खूबसूरत और दुर्लभ पक्षियों का डेरा है। कई बर्ड सेंचुरीज में सर्दियों के दौरान बड़ी संख्या में प्रवासी पक्षी भी आते हैं। आज नेशनल बर्ड वॉचिंग-डे पर जानते हैं देश के पक्षी अभ्यारण्यों के बारे में। इनमें चिल्का लेक बर्ड सेंचुरी खास है।

  1. ओडिशा की प्रसिद्ध चिल्का लेक के किनारे पर बसी हुई चिल्का लेक बर्ड सेंचुरी यानी नलबण बर्ड अभ्यारण्य की खूबसूरती चंद शब्दों में बयां नहीं की जा सकती है। चिल्का एशिया की सबसे बड़ी झील है। ये कई प्रवासी पक्षियों का घर है। यहां आप को पक्षियों की सैकड़ों प्रकार की प्रजातियां देखने को मिलेंगी। हर साल हजारों की संख्या में सैलानी चिल्का लेक घूमने आते हैं, जो यहां विविध प्रजातियों के कलरव करते पक्षियों को निहारते हैं। दरअसल, चिल्का झील बर्ड वॉचर्स के लिए अच्छी जगह है। पीअर-आकार में बनी चिल्का झील करीब 1,100 वर्गकिलोमीटर क्षेत्र में फैली है। सर्दी के मौसम में इसे प्रवासी पक्षियों के लिए सबसे बड़ा मैदान माना गया है। यहां पर समुद्री ईगल्स, ग्रेलेग गुइज और बैंगनी मूरिन जैसे अनोखी प्रजातियों के पक्षियों का जमावड़ा रहता है। इस झील में कई छोटे द्वीप हैं, जिनमें अक्टूबर से मार्च तक खूबसूरत सुंदर पंखों वाले मेहमान रहते हैं। यहां के नलबण अभ्यारण्य को करीब दो दशक पहले बर्ड सेंचुरी घोषित किया गया था। यहां बड़ी संख्या में पक्षी आते हैं।

  2. अक्टूबर से मार्च माह तक यहां प्रवासी पक्षी देखे जा सकते हैं। ये पक्षी इराक, इरान, सर्बिया और हिमालय से आते हैं। इस मौसम के दौरान यहां पक्षियों की 135 प्रजातियां देखने को मिलती हैं। इस स्थाई गांव मंगलाजोड़ी में मछुआरों के समुदाय रहते हैं। इको-टूरिज्म के लिहाज से भी यह एक बेहतरीन स्थान है। पक्षियों को निहारने के साथ ही यहां बोट सफारी की सुविधा उपलब्ध है।

  3. हवाई जहाज से: अगर आप हवाई जहाज से चिल्का झील जाना चाहते हैं तो आपको इसके लिए इसके निकटतम हवाई अड्डे भुवनेश्वर जाना होगा। भुवनेश्वर की चिल्का झील से दूरी करीब 120 किलोमीटर है। इसके बाद आपको चिल्का से भुवनेश्वर तक जाने के लिए टूरिस्ट बस और अन्य निजी वहां मिल जाएंगे।

    ट्रेन से: अगर आप ट्रेन से चिल्का झील जा रहे हैं, तो इसके निकटतम रेलवे स्टेशन रंभा और बालुगांव हैं। दोनों ही स्टेशन से आपको चिल्का के लिए बस और ऑटो रिक्शा बहुत आसानी से मिल जाएंगे।

    सड़क मार्ग: अगर आप रोड के माध्यम से चिल्का झील की यात्रा करने जा रहे हैं, तो आपको नेशनल हाईवे-5 से होकर जाना होगा। इसके अलावा आपको पुरी से चिल्का लेक जाने के लिए कई बस और टैक्सी मिल जाएंगी।



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      Odisha's Chilka Lake nestles migratory birds, 135 species to be seen


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