
दक्षिण-पूर्वी ब्राजील में पांच दशक से गरीबों के लिए काम करने वाली 61 साल की फातिमा सन्सन क्रिसमस पर मिसेज सांता क्लॉज बनती हैं। कोरोना के चलते उन्होंने क्रिसमस पूर्व की परंपरा बनाए रखने के लिए पीपीई किट जैसी ड्रेस बनवाई और बच्चों में मिठाई व खिलौने बांटकर उन्हें गले लगाया। हाल ही में फातिमा ने ब्रेस्ट कैंसर को हराया है।

बच्चों को कोरोना इंफेक्शन से बचाने के लिए फातिमा ने अपने चेहरे को प्लास्टिक शीट से कवर किया। वे पिछले पांच साल से इस क्षेत्र में चैरिटेबल वर्क कर रही हैं। वे इस एरिया में कोरोना के प्रति लोगों को सचेत करने काम भी कर रही हैं। एक बच्चे डैनी विक्टोरिया ने बताया - मुझे मिसेज क्लॉज का इस तरह प्यार से गले लगाना बहुत अच्छा लगता है।

महामारी के बीच क्रिसमस की तैयारियां लोगों ने शुरू कर दी हैं। यही कम आय वाले वे लोग भी हैं जो महामारी के चलते आर्थिक तंगी से गुजर रहे हैं। चैरिटेबल इवेंट में काम करने वाली एक महिला और हाउस क्लीनर वालमिरा परेरा ने कहा - ''हम उम्मीद कर रहे हैं कि एक बार फिर अच्छे दिन आएंगे। तब हम एक दूसरे को प्यार से गले लगा सकेंगे। लेकिन इन हालातों के बीच भी मिसेज फातिमा का बच्चों को प्यार करना तारीफ के लायक है''।
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