ऐश्वर्या श्रीधर नवी मुंबई में रहती हैं। वे वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर के अलावा वाइल्डलाइफ प्रजेंटेटर और डॉक्यूमेंट्री फिल्ममेकर भी हैं। 23 साल की ऐश्वर्या को 2020 वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर ऑफ द ईयर अवॉर्ड दिया गया है। वो यह पुरस्कार जीतने वाली पहली भारतीय लड़की हैं।
'लाइट्स ऑफ पैशन' टाइटल वाली उनकी फोटो ने दुनिया भर के 80 से अधिक देशों की 50,000 एंट्रीज में पहली पोजिशन हासिल की। ऐश्वर्या ने बिहेवियर इनवर्टेब्रेट्स कैटेगरी में यह पुरस्कार जीता।
ऐश्वर्या को इससे पहले सेंक्चुरी एशिया यंग नेचरलिस्ट अवॉर्ड और इंटरनेशनल कैमरा फेयर अवॉर्ड भी मिला है। वो यह सम्मान पाने वाली सबसे कम उम्र की लड़की हैं। ऐश्वर्या अपने करिअर, रोल मॉडल और इस क्षेत्र में आने वाली लड़कियों के लिए क्या कहती हैं, जानिए उन्हीं की जुबानी:
'मुझे बचपन से वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफी का शौक था। मेरे डैडी बॉम्बे नैचुरल हिस्ट्री सोसायटी के मेंबर हैं। उनके साथ मैं कई जगह जाती थी। तभी मुझे ये शौक लगा। जब मुझे डैडी ने मेरे बर्थडे पर पहला कैमरा गिफ्ट किया तो मैंने छोटी-छोटी चीजों की फोटोग्राफी करनी शुरू की। ग्रेजुएशन के बाद मैं वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर बनी।'
ऐश्वर्या कहती हैं, ''जंगल में फोटोग्राफी के दौरान मुझे डर नहीं लगता। लेकिन, कई बार पत्तों के नीचे या घने जंगलों में सांप छिपे होते हैं। तभी मुझे डर लगता है। वरना मैं किसी जानवर से नहीं डरती। मैं अपने इस काम से बहुत प्यार करती हूं। यही मेरा पैशन है। जिस इमेज के लिए मुझे अवॉर्ड मिला, वो मैंने पिछले साल जून में खींची थी। मैंने एक पेड़ देखा जो ढेर सारे जुगनुओं से भरा था। ये देखकर मुझे ऐसा लगा, जैसे सितारे जमीन पर उतर आए हैं। तब मैंने ये फोटो लिया।''
वो बताती हैं, ''मैंने 11 साल की उम्र से फोटोग्राफी की शुरुआत की। मम्मी-डैडी ने पूरा सपोर्ट किया। अगर देश में वुमन वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर की बात करूं तो कई लड़कियां या महिलाएं इस क्षेत्र में आने से हिचकिचाती हैं। मैं उन सबसे कहना चाहती हूं कि एक महिला होने के नाते अपने सपनों और पैशन को पूरा करने से पीछे न हटें। इस काम की शुरुआत के लिए आप सबसे पहले किसी ट्रेनी या किसी कॉलेज, इंस्टीट्यूट से फोटोग्राफी सीखिए।''
ऐश्वर्या कहती हैं, ''अपनी मेहनत सीखने में लगाइए। अगर आप सही तरीके से सीखेंगी तो फोटोग्राफी में भी परफेक्शन दिखने लगेगा। हर हाल में अपना आत्मविश्वास बनाए रखें। जब आप पूरी इच्छाशक्ति के साथ जिंदगी की परेशानियों का सामना करते हैं, तो हर काम आसान हो जाता है।''
उन्होंने कहा, "वैसे तो जंगलों में प्रकृति के बीच रहना मुझे बहुत अच्छा लगता है। लेकिन, यहीं से मैंने जीवन के कई सबक भी सीखे। एक बार मैं जंगल में पक्षियों की फोटो ले रही थी। मैं इतनी खो गई थी कि पता ही नहीं चला कि जहां खड़ी हूं, वहां दलदल है। फोटो लेने के बाद मैं कदम भी नहीं चल पा रही थी। उस वक्त मैंने ये सीखा कि फोटाेग्राफी के साथ ही आसपास के माहौल का ध्यान रखना भी जरूरी है ताकि सुरक्षित रह सकें। जीवन में धैर्य रखना भी जरूरी है। जब आप अपनी इच्छाओं के बारे में कम सोचते हैं, तो जीवन सबसे अच्छा होता है।"
उन्होंने अपने रोल मॉडल के बारे में बताया- ''ऐसे कई वाइल्ड लाइफ फोटोग्राफर हैं, जिन्हें मैं अपना रोल मॉडल मानती हूं। इनमें राधिका रामासामी, लतिका नाथ, अश्विका कपूर और कल्याण वर्मा शामिल हैं। इनकी फोटोग्राफी मुझे प्रेरित करती है। फिलहाल मैं बंदरों पर एक डॉक्यूमेंट्री बना रही हूं। मैं भविष्य में वाइल्ड लाइफ टीवी प्रजेंटेटर बनना चाहती हूं। साथ ही डिस्कवरी और एनिमल प्लेनेट जैसे चैनलों के जरिये सारी दुनिया को वाइल्ड लाइफ की सैर कराने का सपना देखती हूं।''
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