अरुणाचल प्रदेश की रहने वाली 35 साल की लिटर बसर ने दिल्ली यूनिवर्सिटी से ग्रेजुएशन किया। उसके बाद 'फूड कैपिटल ऑफ द वर्ल्ड' कहे जाने वाले पेरिस के ले कॉर्डन ब्लू से पेटिसरी में डिप्लोमा किया। आज वे इटानगर में लिबा कैफे एंड पैटिसरी की हेड शेफ हैं।
बसर का बेकिंग को लेकर हमेशा लगाव रहा है। इसलिए डीयू से पॉलिटिकल साइंस में ग्रेजुएशन करने के बाद वे पेरिस जाकर बेकिंग में महारत हासिल करने लगीं। वैसे भी हमेशा से वे इसी क्षेत्र में अपना कॅरिअर बनाना चाहती थीं।
सीखने की कोशिश की
लिटर कहती हैं पेरिस में रहते हुए मैंने वहां के कल्चर को जाना। वहां के खानपान से जुड़ी कई बारीकियों को समझने का प्रयास किया। पेरिस में रहते हुए मैंने चीजों को नए सिरे से सीखने की कोशिश की।
लिटर को पेटिसरी के डिप्लोमा में बेकिंग से जुड़ी छोटी-छोटी चीजों को जानने का मौका मिला जैसे बेकिंग के लए अंडों को कैसे फोड़ते हैं, केक बनाने के लिए अंडे कैसे फेंटते हैं या आइसिंग से जुड़ी कई बारीकियां आदि।
उन्हें कभी थकान नहीं लगती
लिटर ने अपने डिप्लोमा के तहत बिस्किट, केक, ब्रेड से लेकर डेजर्ट्स बनाना सीखा। उन्होंने बेहतरीन सामग्री के साथ अलग-अलग तरह की चीजों को बनाना सीखा।
लिटर कहती हैं मैं अपने कैफे में कभी क्वालिटी के साथ समझौता नहीं करती। वे अपना बेकिंग का काम सुबह 6 बजे से शुरू कर देती हैं और रात में 11 बजे तक करती रहती हैं। लेकिन इस बीच अपने काम को करते हुए उन्हें कभी थकान नहीं लगती।
कई चुनौतियों का सामना किया
बसर गैलो जनजाति से हैं। उनके छह भाई-बहन हैं। वे अरुणाचल प्रदेश के उस पिछड़े इलाके से हैं जहां इंटरप्रेन्योरशिप के बारे में महिलाएं सोचती भी नहीं है। लिटर का ऐसे माहौल से निकलकर पेरिस तक पहुंचना तारीफ के काबिल काम है।
एक महिला आंत्रप्रेन्योर होने के नाते लिटर ने कई चुनौतियों का सामना किया। लेकिन इन चुनौतियों से घबराकर कभी रूकना नहीं सीखा। वे कहती हैं - ''मैं समाज में एक बड़ा परिवर्तन चाहे न ला सकूं लेकिन अपने स्तर पर कुछ ऐसा जरूर करना चाहती हूं जिससे महिलाओं को प्रोत्साहन मिले''। लिटर के अनुसार, ''महिलाएं मेरे बारे में जानें और आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनें''।
फ्रेंच डेजर्ट बनाने में माहिर हूं
उनके इटानगर के आउटलेट को शुरू हुए एक साल हो गया है। लिटर चाहती हैं कि अपने रेस्टोरेंट में नई-नई चीजें शामिल करें। अपने इस काम को भी वे पूरी योजना के साथ करना चाहती हैं।
जब उनसे यह पूछा जाता है कि आपकी यूएसपी क्या है तो वे कहती हैं - ''मैं लोकल चीजों का इस्तेमाल करके फ्रेंच डेजर्ट बनाने में माहिर हूं। मैं ऑरेंज, बेरीज, किवी और आम से अलग-अलग बेकिंग आइटम्स तैयार करती हूं''।
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