केरल की रेशमा मरियम रॉय देश की सबसे युवा पंचायत अध्यक्ष बन गई हैं। वे अरुवाप्पुलम ग्राम पंचायत से चुनी गईं हैं। 18 नवंबर 1999 को जन्मीं रेशमा को पर्चा भरने की आखिरी तारीख से दो दिन पहले तक इंतजार करना पड़ा क्योंकि उस दिन वे 21 साल की हुई थीं। रेशमा ने सीपीएम पार्टी की उम्मीदवार के रूप में कांग्रेस उम्मीदवार को 70 वोटों से हराकर जीत हासिल की। इससे पहले पिछले 20 सालों से इस वार्ड और पंचायत पर कांग्रेस राज कर रही थी जिसे अब रेशमा ने काफी आसानी से पटकनी दे दी है।
रेशमा ने कहा कि वे विधायक की मदद से जल्दी ही इस क्षेत्र में पुल का निर्माण कराएंगी। रेशमा ने यहां के आयुर्वेद अस्पताल के निर्माण को लेकर भी कई योजनाएं बनाई हैं। जंगली जानवरों से परेशान किसानों की समस्याएं सुलझाने का भी रेशमा प्रयास कर रही हैं। उन्हें इस बात की भी खुशी है कि उन्होंने एसएफआई की 50 वीं वर्षगांठ पर यह जिम्मेदारी संभाली है।
रेशमा ने जीत के बाद कहा कि निश्चित तौर पर जीत के बाद की जिम्मेदारी बड़ी है। लेकिन मेरा विश्वास है कि जब युवाओं को मौके और सीखने की जगह मिलती है तो वे देश के विकास में अहम भूमिका निभाते हैं। जब उनसे यह पूछा जाता है कि क्या पंचायत के कामों में उनकी उम्र आड़े आ सकती है तो वे कहती हैं- ''उम्र नहीं बल्कि हमारा काम और चरित्र परिपक्वता का मानक होता है। अन्य वार्ड मेंबर मुझसे उम्र में काफी बड़े हैं। लेकिन वे सभी अनुभवी हैं। मैं उनसे सलाह-मशविरा लेकर काम करूंगी''।
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