फर्नीचर महज़ उपयोग की चीज नहीं होती बल्कि ये कमरे के रूप को संवारते हैं और उसे एक पहचान देते हैं। इस पहचान से आपकी रुचि और रहन-सहन उजागर हो जाता है। इसलिए
फर्नीचर प्रबंधन बेहद अहम पहलू है, इसका ध्यान रखें।
फर्नीचर का चुना जाना अपने आप में केवल सौंदर्य या सुविधा बोध का विषय नहीं है। इसमें नाप-तौल के अलावा सापेक्षता के सिद्धांत का भी दख़ल है।
किस कमरे में कितनी ऊंचाई वाला, किस अन्य फर्नीचर का साथ देने में सक्षम, किस वस्तु का बना हुआ और किस तरह की सजावट वाला फर्नीचर इस्तेमाल करना है, ये बुनियादी बातें हैं। फिलहाल उपलब्ध सामान को ही दोबारा जमाकर देखिए।
कमरे का मुआयना
सबसे पहली और ज़रूरी बात, अपने कमरे को ग़ौर से देखें। उसका आकार, दीवारों की लंबाई, चौड़ाई, उसमें कौन-सा सामान रखना ज़रूरी है, किसे हटाया जा सकता है। ये सब पहले जांच लें। खिड़कियों की संख्या, उनकी ऊंचाई, दरवाज़े की स्थिति आदि भी देखें। उसके बाद ही दोबारा से व्यवस्थित करने के बारे में सोचें।
फोकल पॉइंट चुनें
इसके इर्द-गिर्द ही सबकुछ तय होगा। यह फोकल पॉइंट ज़रूरी नहीं कि कोई फर्नीचर पीस ही हो। यह कोई खिड़की हो सकती है। इसको ध्यान में रखते हुए कमरे में सामान की जमावट की योजना बनाएं। जो कुछ भी जमाएं, उसे फोकल पॉइंट का ध्यान रखते हुए जमाएं। जैसे खिड़की के नीचे टेबल रखते हुए उसके आसपास कुर्सियां जमाना। पर्दों को भी ऐसा ही चुनें कि खिड़की फोकस में रहे।
कमरे का मेकअप
आपने कमरे का चेहरा बना दिया, तो अब थोड़ा मेकअप कर दीजिए। यानी यहां कुछ ऐसे फर्नीचर पीसेस रखिए, जो उसकी जमावट में बाधा न बनें और ख़ूबसूरत भी लगें।
गतिविधियों का ध्यान
कमरे में आवाजाही कितनी होगी, दिन में कितनी बार होगी, किसकी होगी आदि का ध्यान रखिए। ऐसा न हो कि बहुत सुंदर सामानों वाला रैक ऐसी जगह पर रख दिया जाए, जहां से उसे देखा ही न जा सकता हो या कोई कॉफ़ी टेबल बीच रास्ते में आती हो।
इसके अलावा, यह भी ध्यान रखें कि किसी भी कमरे में बिलकुल सीधा रास्ता न छूटता हो, ख़ासतौर पर अगर घर में छोटे बच्चे या पालतू हों तो। इन्हें सीधी जगह मिलते ही ये दौड़ लगा देते हैं, जिससे इन्हें फर्नीचर आदि से चोट लग सकती है।
बेंच भी है विकल्प
कमरे को नया अंदाज़ देना चाहते हैं तो बेंच रख सकते हैं। बिना पुश्त (पीठ) वाले फर्नीचर जैसे तख्त या बेंच रास्ते में नहीं आते और इनसे कमरा खुला-खुला दिखता है।
छोटे मोढ़े भी चुनें
बांस के फर्नीचर के ख़ूबसूरत मोढ़े दिखने में बेहद अलग से लगते हैं। कमाल की बात ये है कि ये काफ़ी कम क़ीमत में आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं। इनकी जमावट को बार-बार सुविधानुसार बदला जा सकता है।
चौकियां जमाएं
पूजन आदि में प्रयुक्त पुरानी चौकियों को रंगकर नया कर लें और इनका कमरों में इस्तेमाल करें। इनकी ऊंचाई कम होने के कारण ये कमरे के विजन में रुकावट नहीं डालतीं। इन पर सजावटी सामान के अलावा पौधे भी रख सकते हैं। ये थोड़ा-सा पारंपरिक लुक देने में भी सहायक हैं।
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