अलिजा ने पढ़ाई के दौरान 10 साल ईस्ट कोस्ट में बिताये। यहां उन्होंने रिटेल मैनेजमेंट में ग्रेजुएशन किया और स्कूल काउंसिलिंग में मास्टर्स डिग्री ली। उसके बाद वे 2015 में अपने फैमिली बिजनेस को संभालने के लिए मिनेसोटा आ गई। अलिजा के पिता का 'अलकैफ कॉफी रोस्टर्स' के नाम से कॉफी रोस्टिंग बिजनेस है। इस बिजनेस को संभालते हुए अलिजा ने कॉफी की दुनिया में अपनी खास पहचान भी बनाई।
32 साल की अलिजा इंटरनेशनल वीमेंस कॉफी एलायेंस की बोर्ड ऑफ डायरेक्टर हैं। वे सारी दुनिया में महिला अधिकारों के प्रति आवाज उठाने के लिए जानी जाती हैं। अपने परिवार के बिजनेस को आगे बढ़ाने के साथ ही अलिजा ने 1990 में खुद अपने कॉफी ब्रांड की शुरुआत की है जिसे 'सिटी गर्ल कॉफी' नाम दिया।
अपनी कंपनी के लिए वे उन महिलाओं से कॉफी लेती हैं जो खुद कॉफी की खेती करती हैं। वे अपनी कमाई का एक तिहाई हिस्सा उन संस्थाओं को देती हैं जो कॉफी की खेती करने वाली महिलाओं की मदद करती हैं। वे कॉफी की दुनिया में छोटे-बड़े काम कर रही महिलाओं को उनके अधिकारों के प्रति जागरूक करने के लिए भी जानी जाती हैं।
अलिजा के अनुसार ''कॉफी के खेतों में काम करने वाली महिलाओं को कोई ट्रेनिंग नहीं दी जाती। वे अपना बिजनेस करने और इस क्षेत्र से जुड़ी बारीकियों के बारे में भी नहीं जानती हैं। इन महिलाओं की भलाई के लिए मैं अपने प्रयास से कुछ करना चाहती हूं''। वे अपने ब्रांड के माध्यम से महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देती हैं।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2HH9wHL
No comments:
Post a Comment