दुनिया में यूं तो रंगभेद के खिलाफ लगातार आवाजें उठती रही हैं। लेकिन इस बार विश्व प्रसिद्ध बार्बी डॉल ने भी इसका विरोध करते हुए वीडियो जारी किया है। बार्बी बनाने वाली कंपनी मेटल ने बताया कि बार्बी ड्रीम गैप प्रोजेक्ट के तहत जेंडर इक्वेलिटी और जातिवाद के खिलाफ आवाज उठाई है। ताजा वीडियो उसी का उदाहरण है।
इस एपिसोड का मकसद बच्चों को सिर्फ यह समझाना है कि जातिवाद के खिलाफ कैसे बड़ी जंग चल रही है। आइकॉनिक प्लास्टिक डॉल बार्बी जिसकी यूरोपियन ब्यूटी स्टैंडर्ड को नॉर्मलाइज करने के लिए आलोचना होती रही है, उसने अब रंगभेद के खिलाफ आवाज उठाई है। इस प्लास्टिक मेटल डॉल ने सोशल मीडिया को हिलाकर रख दिया।
उसने अपनी फ्रेंड निकी जो कि ब्लैक डॉल है, से बार्बी ब्लॉग एपिसोड में चर्चा की। यह एनिमेटेड वीडियो जातिवाद भेदभाव के खिलाफ है, जिसे सोशल मीडिया पर खूब सराहा जा रहा है। वीडियो में निक्की बताती है - ''मुझे हर समय रंगभेद का सामना करना पड़ता है। निक्की और बार्बी में एक स्टिकर बेचने का कॉन्ट्रैक्ट हुआ, जिसे लेकर दोनों पिछले महीने बीच पर पहुंचे थे''।
जब निक्की बीच पर पहुंची तो सिक्योरिटी ने ब्लैक गर्ल होने से उसे तीन बार रोका। उन्हें लगा कि मैं कुछ गलत कर सकती हूं। मैं खुद को कैसे साबित करती कि मैं कुछ गलत नहीं कर रही? उस ऑफिसर ने बार्बी को सपोर्ट किया। लेकिन मुझ पर भरोसा नहीं किया। ऐसे सभी पीपल ऑफ कलर अनुभव उन सभी को फेस करना पड़ते हैं जो गोरे नहीं हैं।
इस वीडियो को कई मिलियन व्यूज मिले जिसमें निक्की की बातें बार्बी शांति से सुन रहीं थी। वह जानती है कि उसे गोरा होने का क्रेडिट मिलता है। उसे विशेष अधिकार मिलते हैं। अब लोग भी बातें करने लगे हैं कि बार्बी सिर्फ छोटी बच्चियों के लिए मेकअप और खूबसूरती का प्रतीक नहीं है, बल्कि अवेयरनेस फैलाने वाली भी बन गई है। कई लोग मेटल कंपनी की बार्बी के माध्यम से ब्लैक लाइफ मैटर पर सपोर्ट से प्रभावित हुए हैं।
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