सूरत की एक डिजिटल मार्केटिंग कंपनी ने एक स्वागत योग्य कदम उठाया है, इस कंपनी की महिला कर्मचारियों को अब प्रति वर्ष 12 दिन की पीरियड लीव (Period Leave) की सुविधा दी जाएगी।
कुछ दिन पहले फूड डिलीवरी कंपनी ज़ोमेटो ने नई पहल चालू करते हुए अपनी महिला कर्मचारियों के लिए प्रति वर्ष 10 दिन की ‘पीरियड लीव’ की घोषणा की थी।
5 हजार कर्मचारियों वाली इस कंपनी के संस्थापक दीपेंदर गोयल ने अपने कर्मचारियों को एक ईमेल भेजकर इस पहल के बारे में बताया। ज़ोमेटो से पहले मुंबई स्थित कल्चर मशीन, गुड़गांव की गोज़ूप और कोलकाता की फ़्लाईमाईबिज़ नाम की कंपनी ये पहल कर चुकी हैं।
पिछले दिनों बरखा दत्त ने इसका विरोध करते हुए ट्विट किया था कि ये महिलाओं को पीछे धकेलने जैसा है। वे इस मुद्दे को लेकर किसी कीमत पर अपनी धारणा बदलना नहीं चाहती हैं।
##बरखा दत्त की बात का विरोध करते हुए विवेक नांबियार ने ट्विट किया जिन महिलाओं को पीरियड के दौरान दर्द होता है, उनके लिए पीरियड लीव एक अच्छा विकल्प है। अगर आपको इस लीव की जरूरत नहीं है तो आप न लें लेकिन सभी महिलाओं को ये लीव न मिले, ये कहना गलत है।
##इन दोनों से अलग करुणा नंदी ने कहा पीरियड लीव भी मेटरनिटी लीव की तरह ही है। लेकिन अगर आपके पीरियड पेनफुल नहीं हैं तो ये छुट्टी न लें। साथ ही उन महिलाओं को पीरियड लीव लेने से मना न करें जिन्हें इस दौरान दर्द का सामना करना पड़ता है।
##जेनिफर शाहीन हुसैन ने ट्विट किया
ऐसी दुनिया में जहां डॉक्टर कैंसर का इलाज कर सकते हैं और हार्ट ट्रांसप्लांट की सुविधा है। वहां मासिक धर्म में ऐंठन का इलाज करने के लिए एक गोली नहीं है। दुनिया चाहती है कि हमारा गर्भाशय दवा रहित हो।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/3hdPDVW
No comments:
Post a Comment