
पाकिस्तान के रावलपिंडी निवासी मलिक रफिक अवान की पांचों बेटियां आज शेर सिस्टर्स के रूप में सारी दुनिया में जानी जाती हैं। इन पांचों बहनों ने सीएसएस एग्जाम पास एक बार लड़कियों के लिए आदर्श स्थापित किया है। ये पांचों बहनेंकामयाबी का क्रेडिट अपने पापा को देती हैं।
जोहा मलिक के पिता मलिक रफिक अवान वाटर एंड पॉवर डेवलपमेंट अथॉरिटी के रिटायर्ड ऑफिसर हैं। उनकी सबसे बड़ी बेटी लैला मलिक शेर ने 2008 में सीएसएस परीक्षा पास की। लैला फेडरल बोर्ड ऑफ रेवेन्यू कराची में डेप्यूटी कमिश्नर हैं। उन्होंने अपनी बहनों ने सामने कामयाब होने का आदर्श स्थापित किया।

लैला की छोटी बहन शीरीन मलिक शेर ने 2010 में सीएसएस एग्जाम पास की। वे नेशनल हाईवे अथॉरिटी की डायरेक्टर हैं। उनसे छोटी बहन सासी मलिक शेर अंडर ट्रेनिंग लाहौर कंटनमेंट में सीईओ हैं। मार्वी मलिक शेर ने 2017 में सीएसएस एग्जाम पास कर परिवार का नाम रोशन किया। वे एब्टाबाद में असिस्टेंट कमिश्नर हैं।



शेर सिस्टर्स ने अपने पिता को हमेशा महिलाओं को सम्मान देते हुए देखा है। खासतौर से वर्किंग वुमन की वे हमेशा तारीफ करते हैं। उनका मानना है कि हर क्षेत्र में वुमन वर्कर्स काम के मामले में पुरुष सहकर्मियों से आगे रहती हैं। सिर्फ बाहर के काम ही नहीं बल्कि घर में बच्चों की देखभाल करनेमें भी वे सबसे आगे हैं।

जोहा कहती है पाकिस्तान की महिलाएं भी अन्य महिलाओं की तरह हर क्षेत्र में आगे हैं। लेकिन जरूरत उनकी योग्यता को पहचानने की है। जोहा की बहनों के दोस्तों और ह्रयुमन राइट्स एंड माइनोरिटी एक्टिविस्ट कपिल देव ने अपने ट्विटर अकाउंट पर शेर बहनों की तारीफ कर उन्हें सारी दुनिया में मशहूर कर दिया।
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