लॉकडाउन के दौरान घर में रहते हुए आप डलनेस फील कर रहे हैं तो शरीर में ऊर्जा का संचार करने में दो आसन आपकी मदद कर सकते हैं। इन आसनों के और भी कई फायदे हैं।
उत्कटासन
करने का तरीका : दोनों पैरों के बीच थोड़ा फासला रखते हुए सीधे खड़े हो जाएं। हाथों को सामने की ओर फैलाते हुए हथेली जमीन की ओर व कोहनियां सीधी रखें। घुटनों को मोड़ते हुए धीरे से नीचे की ओर आएं, मानो आप एक काल्पनिक कुर्सी पर बैठे हैं। इसी स्थिति में बने रहें। इस दौरान आपके हाथ जमीन के समानांतर होना चाहिए। सजगता के साथ रीढ़ की हड्डी को खींचते हुए सीधा बैठें और विश्राम करें।
फायदा : रीढ़ की हड्डी, कूल्हों एवं छाती की मांसपेशियों को मजबूत बनाने में यह मदद करता है। पीठ के निचले हिस्से को मजबूती देता है। इससे जांघों, एड़ी, पैर और घुटनों की मांसपेशियों को ताकत मिलती है।
बरतें सावधानी : मासिक धर्म के दौरान इस आसन के अभ्यास में विशेष ध्यान रखें। अगर गठिया रोग हो, घुटनों में दर्द या चक्कर आएं तो इसे न करें।
ताड़ासन
करने का तरीका : सबसे पहले खड़े हो जाएं। अपनी कमर एवं गर्दन को सीधा रखें। अब अपने हाथ को सिर के ऊपर करें और सांस लेते हुए धीरे-धीरे पूरे शरीर को खींचें। खिंचाव को पैर की उंगली से लेकर हाथ की उंगलियों तक महसूस करें। इस अवस्था में कुछ समय तक रहें। फिर सांस छोड़ते हुए अपने हाथ एवं शरीर को पहली अवस्था में लेकर आएं। तीन से चार बार इस आसन को करें।
फायदा : यह शरीर की अतिरिक्त चर्बी कम करता है। 6 साल से 20 साल के बच्चों की हाइट बढ़ाने के लिए उत्तम आसन है। पीठ के दर्द के लिए बहुत लाभकारी है। पैरों की समस्या जैसे सूजन, दर्द, जलन और झनझनाहट के लिए फायदेमंद है। ये लंग्स की क्षमता बढ़ाता है। यह पोश्चर में सुधार करता है। शारीरिक और मानसिक संतुलन में सहायता प्रदान करता है। एनर्जी प्रदान करने में यह मदद करता है।
बरतें सावधानी : अगर चक्कर आता हो या शरीर में असंतुलन बना रहता हो, तो इस आसन को दीवार के सहारे खड़े होकर कर सकते हैं।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2KsWEDi
No comments:
Post a Comment