कोरोना के खतरे के चलते अधिकतर कंपनियों ने कर्मचारियों को वर्क फ्रॉम होम की सुविधा दी है। ये जहां एक तरह की सुविधा है वहीं महिलाओं के लिए थोड़ी समस्या भी खड़ी करती है। बच्चों और परिवार के साथ घर से कार्य करना जरा मुश्किल-भरा होता है। थोड़ी योजना बनाकर इस परेशानी को दूर किया जा सकता है। आइए जानते हैं कैसे...
ये उपाय आजमाएं
सुबह काम जल्दी शुरू कर सकती हैं। सुबह उठने के बाद कॉफी या चाय पीने के साथ ही काम को शुरू कर दें, हालांकि यह आपके ऑफिस के समय से थोड़ा पहले का समय होगा लेकिन इससे आपको ही फायदा होगा। सुबह की ताजगी और शांति में काम जल्दी व बेहतर होगा।
सुपर वूमन न बनें
घर के अधिकतर कार्य महिलाओं को ही करने पड़ते हैं। ऐसे में एक बात का ख्याल रखें कि आप सुपरवूमन नहीं बल्कि सामान्य इंसान हैं। सारे कार्य करने की कोशिश न करें तो ही बेहतर है। ढेर सारा काम करने के बाद, दफ्तर के काम को करने की ऊर्जा नहीं बचेगी, इससे आप तनाव व अवसाद में रहेंगी।
जो सुबह चूक गए तो
दोपहर बाद, जब घर के अन्य सदस्य नींद लेने की योजना बना रहे हों और बच्चे टीवी देख रहे हैं तो इस समय का पूरा इस्तेमाल करें। इस दौरान दफ्तर के जरूरी काम पहले करें। जैसे- कॉन्फ्रेस कॉल, मेल लिखना या प्रोजेक्ट संबंधित कार्य करना।
चिंता का वक्त नहीं है
कुछ बातों को लेकर चिंता करना बंद कर दें। जैसे बच्चे आजकल बहुत अधिक टीवी देखने लगे हैं। काम के कारण उन पर ध्यान नहीं दे पा रही हैं, ऐसा सोचकर दोषी महसूस न करें। ध्यान रखें कि ये समय आपके लिए परीक्षा का भी है और सभी के साथ वक्त बिताने का भी। इसलिए चिंता छोड़कर मन लगाकर काम करें।
चुनौतियों का सामना
घर से काम करते हुए उत्पादकता (प्रोडक्टिविटी) में बाधा आए बिना काम का प्रबंधन करना सबसे बड़ी चुनौती है। बच्चे मानते हैं कि जब आप घर पर हैं, तो आप उनकी गतिविधियों में भी भाग लेंगी। लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि बच्चे आपके काम के महत्व को समझें। आप उन्हें रंग भरने और बोर्ड गेम, ड्रॉइंग जैसे काम दे सकती हैं। जब आप काम करें, तो बच्चों से स्पर्धा रखते हुए टाइमलाइन के साथ कुछ लेखन का अभ्यास कराएं।
समन्वय कैसे बैठाएं
बच्चों को संभालना मुश्किल होता है ख़ासतौर पर तब जब आप काम करने बैठती हैं। अब जब सभी सदस्य घर पर हैं तो उन्हें बच्चों को संभालने की ड्यूटी दें। कोशिश करें कि समय को बांटकर कार्य करें। उदाहरण के तौर पर...
- परिवार के किसी अन्य सदस्य कोे बच्चों को नहलाने-धुलाने, तैयार कराने की ड्यूटी दी जा सकती है।
- यदि बच्चे थोड़े समझदार हैं तो दोपहर का भोजन तैयार करने के लिए उनकी मदद ले सकती हैं। उनसे सब्जियां साफ करवा सकती हैं। इससे मदद मिलेगी और काम भी जल्दी होगा।
- यदि भोजन की तैयारी सुबह नाश्ते के बाद ही कर लेंगी तो इससे दोपहर में सारा काम एक साथ करने का तनाव कम होगा।
- आप और पति दोनों ही वर्क फ्रॉम होम कर रहे हैं ऐसे में कार्यों में बांटने में हिचकिचाएं न। पति सुबह का नाश्ता बना सकते हैं। ऐसे में आपका वक़्त बचेगा और इस समय का उपयोग आप ईमेल आदि को चेक करने में बिता सकती हैं।
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