मलेशिया की रहने वाली 9 साल की बच्ची ने स्वास्थ्यकर्मियों के लिए 130 पीपीई गाउन बनाए हैं। बच्ची का नाम नूर आफिया किस्टिना है। नूर ने 5 साल की उम्र से सिलाई करना सीखा था। नूर को जब यह जानकारी मिली की घर के पास में ही स्थित एक अस्पताल को पीपीई गाउन सिलने वाले की जरूरत है। नूर ने आगे बढ़कर अस्पताल की मदद की।
एक दिन में 4 गाउन बना सकती हैं
नूर का कहना है कि मुझे बहुत बुरा लगा रहा था लोग कैसे बुरी स्थिति से जूझ रहे हैं। कोरोनावायरस बहुत खतरनाक है, इसलिए मैंने मां से कहा कि मैं उनकी मदद करना चाहती हूं। मलेशिया के नेगरी सेम्बिलेन राज्य की रहने वाली नूर, एक दिन में चार पीपीई गाउन बना सकती हैं।
ऑनलाइन स्टडी से समय निकालकर करती हैं सिलाई
लॉकडाउन के कारण स्कूल बंद हैं इसलिए नूर अपनी पढ़ाई ऑनलाइन कर रही हैं, इस बीच वह घर पर ही समय निकालकर रोजाना पीपीई गाउन तैयार करती हैं। रमजान के दौरान वह रुकी नहीं और इस माह का लक्ष्य तय किया है। नूर मई में अभी 60 और ऐसे गाउन बनाएंगी। घर के पास ही बने दो अस्पतालों के लिए वह मार्च से अब तक 130 गाउन बना चुकी हैं।
पड़ोसियों के कपड़े भी रिपेयर करती हैं नूर
नूर को सिलाई का हुनर अपनी मां से मिला। घर पर सिलाई का काम होता है, मां को सिलाई करते देखकर उसने काफी कुछ सीखा। नूर ने कुछ समय के बाद सिलाई से ही पैसे कमाने शुरू किए और अब वह पड़ोसियों के कपड़े रिपेयर करती हैं।
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