लाईफस्टाइल. कुछ आदतें ऐसी होती हैं, जिन्हें हम तो सुरक्षित मानते हैं, लेकिन ये किसी के शांत मन पर हमला करने में सक्षम होती हैं। हम सभी में कुछ ऐसी आदतें होती हैं, जिन पर हम अक्सर ध्यान नहीं देते, पर वो सामने वाले को परेशान कर देती हैं। आज हम ऐसी ही आदतों से आपको परिचित कराने जा रहे हैं। अगर आप में भी ऐसी आदत है, तो इन्हें बदलने के बारे में सोचिएगा ज़रूर। हो सकता है आप इनके बारे में पहले से जानते हों पर कभी ध्यान न दिया हो, तो आइए जानते हैं इन आदतों के बारे में।
- पैर हिलाना- कई लोगों की बैठें या लेटे हुए पैर हिलाने की आदत होती है। उन्हें पता भी नहीं चलता कि वे लगातार ऐसा कर रहे हैं। अगर आप किसी ऐसे व्यक्ति के पास बैठते हैं, जो पैरों को हिलाता है, तो संभव है कि आपको ध्यान केंद्रित करने में मुश्किल हो। पैर हिलाने का कारण चिंताग्रस्त होना भी हो सकता है। जब भी परेशान हों तो गहरी सांस लें और कुछ देर रोककर रखें। फिर धीरे-धीरे सांस छोड़ें। आराम से सांस लेने और छोड़ने की प्रैक्टिस करें। कोशिश करें कि पंजों को पूरी तरह ज़मीन पर सपाट रखकर बैठें। पैर पर पैर चढ़ाकर बैठने या हल्का-सा पंजा उठाने पर पैर हिलाना शुरू हो जाता है।
- खाते समय आवाज़ करना- भोजन करने का सबका अपना तरीका होता है। कुछ आराम से तो कुछ जल्दबाज़ी में खाते हैं। कुछ भोजन करते वक़्त आवाज करते हैं। कई चाय पीते समय सुर्रर की आवाज निकालते हैं। ऐसा करना अशिष्टता की श्रेणी में आता है। कोशिश करें कि भोजन करते समय आवाज़ न आए। इसके लिए छोटे कौर लेकर, मुंह बंद करके अच्छी तरह चबाकर खाएं। बड़े कौर लेने से मुंह खुला रहता है, ऐसे में चपचप की आवाज तो आती ही है, दिखने में भी अभद्रता लगती है।
- नाख़ून चबाना- नाख़ून चबाना सबसे आम अभद्र आदतों में शामिल है। कुछ लोग इस हद तक इस आदत से ग्रस्त रहते हैं कि वे हर समय चाहे किसी से बात कर रहे हों या किसी फंक्शन में हो नाख़ून चबाते देखे जा सकते हैं। वहीं कुछ लोगों को उंगलियां चटकाने की भी आदत होती है। अगर आपके आसपास ऐसा कोई व्यक्ति है तो उसे टोक दें। अगर आपकी भी ऐसी आदतें हैं, तो परिवार के सदस्यों से कहें कि आपको टोकें।
- पेन क्लिकर- ये सामान्य आदत है पर सुनने वाले के लिए काफ़ी मुश्किल-भरी होती है। क्लास के दौरान या मीटिंग्स आदि में लोग पेन क्लिक करते रहते हैं। पेन की आवाज़ शांत वातावरण में गूंजती है, जो सभी का ध्यान भटकाती है। ये आदत औरों की झुंझलाहट का कारण भी बनती है। इसे बदलने के लिए ढक्कन वाले पेन का इस्तेमाल करें।
- छूकर बात करना- कई लोग समूह में किसी एक व्यक्ति के कान में कुछ बोलने लगते हैं या कोने में जाकर बात करने लगते हैं। कुछ बात करते समय सामने वाले को छूते हुए बात करते हैं। ऐसा करना लोगों को असहज करता है। यदि आप भी ऐसा करते हैं तो इस आदत में बदलाव करें। कान में या छूकर बात करना सभी को पसंद नहीं होता। इसलिए दूर से और सामने बात करें।
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