फिलाडेल्फिया. अमेरिका के फिलाडेल्फिया में रहने वाला 28 साल का रॉब लॉलेस रोजाना कम से कम एक अजनबी से बातचीत जरूर करता है। लॉलेस 2015 से ऐसा कर रहा है। वह अब तक 2800 अजनबी लोगों से मिल चुका है। उसकी कोशिश होती है कि वह रोज चार लोगों से मिले और बात करे।
यह पूछने पर कि ऐसा क्यों करते हैं, लॉलेस बताते हैं कि अलग-अलग लोगों सेसंपर्क करना अपने समय को बिताने का सबसे कीमती तरीका है। हम जैसे-जैसे तकनीक और सोशल मीडिया के आदी होते जा रहे हैं, हमारे मानवीय संपर्क कम होते जा रहे हैं।
-
कॉलेज की पढ़ाई पूरी करने के बाद लॉलेस को एक बड़ी कंपनी में नौकरी मिल गई। यहां पर काम करते हुए उसे महसूस हुआ कि लोगों के साथ जिस तरह की जान-पहचान का वह आदी था। वह कहीं खो गई है। उसे कॉरपोरेट वातावरण की आदत नहीं थी।इससे ऊब कर2015 में उसने 10 हजार नए लोगों से दोस्ती बनाने का लक्ष्य रखकर यह प्रोजेक्ट शुरू किया। 2016 से नौकरी छोड़कर वह पूरे समय इसी काम को करने लगा है।
-
फायनेंस की डिग्री रखने वाले लॉलेस का दिन सुबह जिम जाने से शुरू होता है और इसके बाद वह चार लोगों से मुलाकात करता है। हर मुलाकात एक घंटे की होती है। ये मुलाकात कहीं भी हो सकती है। कभी वह किसी कॉफी शॉप में तो कभी बीच पर। वे बताते हैं कि मैं अजनबी के साथ एक घंटे का वक्त बिताना चाहता हूं। ताकि मैं हम एक-दूसरे के बारे में ज्यादा से ज्यादा जान सकें।हालांकि, कई बार बातचीत बहुत निराशाजनक भी होती है। लॉलेस बताते हैंकि मैं लोगों से सामान्य बातचीत करता हूं और दोस्ती करनेके दरवाजे खुले रखता हूं।
-
मेरी इच्छा किसी भी व्यक्ति के जीवन की गहराई में जाने की नहीं होती है, लेकिन अगर कोई मुझे वहां ले जाना चाहता है तो मैं उसे सुनता हूं। मेरी कोशिश ऐसी बातचीत की होती है, जैसे की दो पुराने दोस्त हों पर वे आज से पहले कभी मिले न हों।
Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today
from Dainik Bhaskar https://ift.tt/2mc9Mnv
No comments:
Post a Comment