लंदन. इंग्लैंड में सात बड़े रिटेल स्टोर पर प्लास्टिक के बैग की खपत में 90 फीसदी की कमी आई है। देश में अगर सभी रिटेलर के आंकड़ों को देखें तो 2018-19 में सिंगल यूज प्लास्टिक बैग की खपत में पिछले साल की तुलना में 37 फीसदी कमी आई है। इन सात स्टोरों में 2015 में इन बैगों के लिए पांच पेंस कीमत रखे जाने से यह कमी आई है। इस शुल्क से अब तक करीब 1464 करोड़ रुपए (207 मिलियन डॉलर) चैरिटी के लिए भी मिले हैं।
केवल पिछले एक साल में ही एस्डा, मार्क्स एंड स्पेंसर, मॉरीसंस, सैंसबरी, द कोओपरेटिव ग्रुप, टेस्को और वेटरोज ने पहले साल के मुकाबले 4900 करोड़ कम प्लास्टिक के बैग बेचे। जो बैग बेचे गए उनसे इस साल 19 करोड़ रुपये चैरिटी के लिए मिले।
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2014 में इन प्रमुख सुपर मार्केट में प्रति व्यक्ति प्रति वर्ष प्लास्टिक बैग की खपत 140 थी, जो अब घटकर सिर्फ 10 रह गई है। पर्यावरण सचिव थेरेसा विलियर्स ने नए आंकड़ों का स्वागत किया है। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक वेस्ट को कम करने के हमारे प्रयास लगातार रंग ला रहे हैं। सिर्फ पांच सेंट का चार्ज लगाने से प्लास्टिक बैग की खपत में 90 फीसदी कमी आना उत्साहजनक है।
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विलियर्स ने कहा कि प्लास्टिक से हमारे पर्यावरण और वाइल्डलाइफ को हो रहे नुकसान को अब कोई नहीं देखना चाहता। इन आंकड़ों से साबित है कि अब हम सामूहिक तौर पर इससे बचने के लिए कदम बढ़ा रहे हैं। ब्रिटेन सरकार ने इसके अलावा भी प्लास्टिक वेस्ट को कम करने के लिए कई कदम उठाए हैं।
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पिछले साल जनवरी में सरकार ने कॉस्मेटिक और टूथपेस्ट में इस्तेमाल होने वाले प्लास्टिक के माइक्रोबेड्स पर प्रतिबंध लगा दिया था। इसके अलावा हाल ही में प्लास्टिक की स्ट्रॉ और कॉटन बड सहित अनेक चीजों पर रोक की पुष्टि कर दी है। यह प्रतिबंध अगले साल अप्रैल से पूरी तरह प्रभावी हो जाएगा।
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ब्रिटेन ने अप्रैल 2022 से ऐसी प्लास्टिक पैकेजिंग पर टैक्स लगाने की तैयारी कर ली है, जिसमें 30 फीसदी से कम रीसाइकिल होने योग्य सामग्री का इस्तेमाल नहीं होगा। इस मामले पर बहस जारी है, लेकिन सरकार का कहना है कि रीसाइकिल सामान को बढ़ावा देने के लिए ऐसा करना आवश्यक है।
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